सड़क के अभाव में छह दिन से घर पर तड़प रही थी महिला, रेस्क्यू कर पहुंचाया अस्पताल
– आईटीबीपी, पुलिस, दमकल और प्रशासन की टीम ने छह किमी पैदल चलकर पहुंचाया मुख्य मार्ग तक
चम्पावत। जिले के दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में सड़क के अभाव में लोग घरों में घुट-घुट कर तड़पने को विवश हैं। ऐसा ही एक मामला चम्पावत के बगेड़ी गांव में सामने आया है, जहां हादसे में घायल एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता छह दिन से घर पर तड़प रही थी। सूचना पर आईटीबीपी, पुलिस, दमकल और प्रशासन की टीम ने स्ट्रेचर के जरिए रेस्क्यू कर छह किमी पैदल चल महिला को मुख्य सड़क और फिर अस्पताल पहुंचाया।
चम्पावत जिला मुख्यालय से करीब 26 किमी दूर और सड़क से करीब छह किमी पैदल दूरी पर स्थित ग्राम बगेड़ी के हैडिंगा तोक निवासी आंगनबाड़ी कार्यकत्री पार्वती देवी (36) पत्नी पीतांबर जोशी छह दिन पूर्व खेत में काम करते वक्त गंभीर रूप से चोटिल हो गई थी। हादसे में पार्वती के सिर, कमर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोट आ गई थी। सड़क दूर होने के कारण घरेलू उपचार के सहारे वह करीब एक सप्ताह तक बिस्तर में पड़ी रही। लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। मंगलवार को प्रशासन को जानकारी मिलते ही तहसीलदार ज्योति नपच्याल के नेतृत्व में आईटीबीपी, पुलिस, दमकल की टीम छह किमी दुरुह रास्ते पर चलकर पैदल गांव पहुंच गई। घायल महिला को टीम ने स्ट्रेचर से सड़क तक पहुंचाया गया। उसके बाद उसे एंबुलेंस से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।