कोर्ट के आदेश पर कब्रिस्तान से निकाला महिला का शव
काशीपुर। संदिग्ध परिस्थितियों में महिला की मौत के मामले में कोर्ट के आदेश पर पहुंची संयुक्त टीम ने लोगों के हल्के विरोध के बीच कब्रिस्तान में दफन महिला के शव को बाहर निकाला। शव का पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट महिला की मौत का राज खोलेगी।
केलाखेड़ा के वार्ड नंबर-4 निवासी नफीसा पत्नी गुलाम हुसैन की 19 जनवरी को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मौत के बाद परिजनों ने नफीसा के शव को स्थानीय कब्रिस्तान में दफन कर दिया था। वहीं मृतका के परिजनों ने केलाखेड़ा थाने में महिला की हत्या करने का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की थी। वहीं कार्रवाई नहीं होने के बाद मृतका के भाई मोबिन अली ने कोर्ट में शिकायत देकर मृतका के शव का पोस्टमार्टम कराने तथा मुकद्मा दर्ज करने की मांग की थी। वहीं लंबे समय बाद कोर्ट के आदेश पर बीती 13 मार्च को केलाखेड़ा पुलिस ने आरोपी पति गुलाम हुसैन, पहली पत्नी की बेटी निशा और गांव बहादुर का माजरा थाना स्वार रामपुर यूपी निवासी सीमा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। तहसीलदार अक्षय भट्ट ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर आज संयुक्त टीम ने केलाखेड़ा के कब्रिस्तान में पहुंचकर कब्र से महिला के शव को निकाला है तथा पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर दी जाएगी।
लोगों ने शव निकालने का किया विरोध
कब्र से शव को बाहर निकालने को लेकर की जा रही कार्रवाई से केलाखेड़ा मुस्लिम समाज के लोगों में रोष देखने को मिला। लोगों का कहना था कि जब मौत हुई थी तभी उसका पोस्टमार्टम कराना चाहिए था, लेकिन अब कब्र को पुन: खोदकर शव को बाहर निकाला जाना सही नहीं है। कार्रवाई शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में लोग कब्रिस्तान में जुट गए। लोगों को कंट्रोल करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। लोगों के विरोध को देखते हुए एसओ ललित मोहन रावल ने सभी लोगों को कोर्ट के आदेश का पालन करने की बात कही और न मानने पर मुकद्मा तक लिखने की चेतावनी दी। काफी देर बाद पुलिस ने कब्रिस्तान में जमे लोगों को बाहर निकालकर गेट को बंद कर दिया। इसके बाद कार्रवाई शुरू हुई। वहीं इस कार्रवाई को देखने के लोग छतों और दीवारों पर चढ़े रहे।
भाई ने कहा पुलिस के कार्रवाई न करने न्यायालय की शरण ली
मृतका नफीसा के भाई गदरपुर के वार्ड नंबर 6ध्9 निवासी मोविन अली के अनुसार उसके बहनोई गुलाम हुसैन और उसकी पहली पत्नी की बेटी निशा भी उसकी बहन नफीसा से मारपीट करती थी। मोविन ने आरोप लगाया कि 19 जनवरी 2024 को उसकी बहन नफीसा की हत्या कर दी गई। मायके वालों को बिना बताए नफीसा के शव को दफन कर दिया गया। पड़ोसियों से जानकारी मिलने पर उन्होंने परिजनों के साथ मौके पर पहुंचकर इसका विरोध किया था। 20 जनवरी को उसने केलाखेड़ा थाना और 25 जनवरी को डाक से एसएससी, महिला एवं बाल विकास अधिकारी नई दिल्ली को अनलाइन शिकायत की थी। इन सब जगह से कार्रवाई नहीं होने पर उसने न्यायालय की शरण ली गई।