महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध किया
रुद्रप्रयाग। 2800 ग्रेड पे देने सहित सात सूत्रीय मांगों को लेकर महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध शुरू कर दिया है। कर्मियों का कहना है कि यदि शीघ्र उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं की गई तो, उन्हें मजबूरन 23 सितंबर से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण महिला कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष दीपा नेगी एवं मंत्री दीपिका पंवार ने बताया कि महिला स्वास्थ्य कर्मचारी पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलित है। जिसमें उत्तराखंड में पूर्व की भांति कार्यरत महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों की भांति वर्तमान समय में कार्यरत 2013 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को मूल वेतन 5200-20200 एवं ग्रेड पे 2800 करने, फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में कोविड वैक्सीनेशन में कार्य रही कर्मचारियों को भी अन्य संवर्गों की भांति दस हजार प्रोत्साहन राशि देने की मांग की। इसके अलावा एनएनएम का जिला कैडर समाप्त करते हुए राज्य कैडर बनाने, जनपदों में डीएचबी के पदों पर महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों को पदोन्नति देने, स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला-पुरुष सेवा नियमावली में जन स्वास्थ्य उपचारिका का उल्लेख करने की मांग भी शामिल है। उक्त मांगों पर शासन स्तर से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिससे कर्मचारियों में खासा रोष बना हुआ है। बताया कि प्रदेश कार्यकारिणी के आह्वान पर मांगों को लेकर काला फीता बांधकर अपना विरोध शुरू कर दिया है। जो 14 सितम्बर तक यूं ही जारी रहेगा। इसके बाद 15 से 22 सितम्बर तक समस्त जनपदों में कार्यबहिष्कार किया जाएगा। यदि फिर भी मांगों पर आवश्यक कार्रवाई नहीं होती है, तो 23 सितम्बर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी।