नई टिहरी : स्वास्थ्य विभाग की ओर से एनीमिया मुक्त भारत अभियान की शुरुआत हो गई है। जिला अस्पताल बौराड़ी में जिले की महिलाओं को एनीमिया से मुक्त करने को लेकर सप्ताह भर मेघा अभियान चलाया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि यदि मां स्वस्थ है, तो बच्चा भी स्वस्थ पैदा होगा। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से जन जागरूकता के माध्यम से एनीमिया मुक्त अभियान को सफल को कहा। सोमवार को जिला अस्पताल बौराड़ी के सभागार में एनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्याम विजय और जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय गौरव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सीएमओ ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान महिला स्थानीय उत्पादों और पोषण आहार का जरूर सेवन करें। समय-समय पर डॉक्टरी जांच जरूर कराएं। कहा कि मां में यदि एनीमिया की कमी है, तो जन्म लेने वाले बच्चा भी एनीमिया ग्रस्त होगा। गर्भावस्था के दौरान ही एनीमिया को समाप्त किया जाना चाहिए। डीपीओ ने कहा कि गर्भवती महिलाओं के लिए सरकार द्वारा भारत बंधन, नंदा गौरा योजना, जननी सुरक्षा चलाई जा रही है। महिलाओं को महालक्ष्मी किट पोषण आहार का वितरण किया जाता है। महिलाओं योजना का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सप्ताह भर चलने वाले एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम बढ़चढ़ कर प्रतिभाग करने को कहा। एसीएमओ डॉ. दीपा रूपाली ने कहा गर्भवती महिलाओं को एनीमिया से मुक्ति के लिए मौसम के अनुकूल होने वाले फल, सब्जी और पोषण युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। इस मौके पर सीएमएस डॉ. अमित राय, एनएचएम के प्रदेश अध्यक्ष सुनील भंडारी, बीना शाह, ऋषभ उनियाल, रघुवीर रांगड, देवयंती डबराल, सुधा, गीता, सलोनी आदि मौजूद थे। (एजेंसी)