नई टिहरी : मंगलवार को डीएम नितिका खण्डेलवाल ने 14 दिवसीय महिला बेसिक व्हाइट वाटर कयाकिंग प्रशिक्षण कोर्स का शुभारंभ किया। टिहरी झील में महिलाओं के पहली बार कयाकिंग प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। इससे स्थानीय महिलाओं को साहसिक खेलों में में आगे आने का मौका मिलेगा। महिलायें इससे स्वरोजगार की ओर भी कदम बढ़ायेंगी। कयाकिंग प्रशिक्षण के शुभारंभ पर डीएम ने नितिका ने प्रशिक्षणार्थी युवतियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह केवल एक साहसिक खेल ही नहीं बल्कि एक लाइफ सेविंग स्किल भी है। प्रशिक्षण के दौरान आप न केवल अपने डर पर काबू पाएंगी, बल्कि दूसरों को बचाने का हुनर भी सीखेंगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में साहसिक खेलों के अनेक अवसर हैं। जिनके माध्यम से आप अनुभव अर्जित कर जीवनभर लोगों की मदद कर सकती हैं। जिलाधिकारी ने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि अपने जीवन में पेंशन को हमेशा जीवित रखें, सफलता तभी मिलेगी जब आप अपने कार्य का अंतिक पायदान तक ले जायेंगे। चुनौतियों को स्वीकारते हुए आगे बढ़कर प्रशिक्षण में निपुणता हासिल करें। साहसिक खेल अधिकारी सीमा नौटियाल ने बताया कि उत्तराखण्ड पर्यटन सचिव धीराज सिंह गब्र्याल के निर्देशों के क्रम में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने यह 14 दिवसीय प्रशिक्षण टिहरी झील में रखा है। प्रशिक्षण उपरांत छात्राओं को गंगा नदी में एडवांस प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, ताकि वे रिवर गाइड एवं कयाकिंग गाइड के रूप में रोजगार स्थापित कर सकें। जिला पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा ने अवगत कराया कि इस प्रशिक्षण में 20 छात्राएं प्रतिभाग कर रही हैं, जो पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, उद्यमसिंहनगर सहित टिहरी जनपद के धनोल्टी और कीर्तिनगर क्षेत्रों से आई हैं। छात्राओं के भोजन एवं आवास की व्यवस्था आईटीबीपी कर रहा है। यहां इन्हें अनुशासन का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसका उद्देश्य छात्राओं को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करना है। इस मौके पर प्रशिक्षण में 5 प्रशिक्षकों की टीम मार्गदर्शन करेगी। जिनमें धर्मेंद्र नेगी, तीस नदियों में तैराकी के एक्सपर्ट ऋषि राणा, प्रियंका राणा, अंकित भंडारी, मितेश नेगी तथा माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले अरविंद रतूड़ी शामिल हैं। इस अवसर पर जल क्रीड़ा विशेषज्ञ भूपेंद्र सिंह, आईटीबीपी के जवान, प्रशिक्षण टीम एवं सभी प्रतिभागी प्रशिक्षणार्थी युवतियां मौजूद रही। (एजेंसी)