महिलाओं का मार्च स्थगित, 21 को ट्रैक्टर रैली पर फैसला
काशीपुर। भूमि बचाओ आंदोलन स्थल पर आंदोलनकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इसमें आंदोलन को वृहद् रूप देने के लिए आगामी कार्यक्रमों पर विचार विमर्श किया गया। साथ ही बैठक में सर्वसम्मति से तय हुआ कि 21 फरवरी को निकाले जाने वाले ट्रैक्टर मार्च को सफल बनाने के लिये 20 फरवरी को महिलाओं की थाली और बेलन रैली को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। अब यह रैली 1 मार्च को होगी।
रविवार को तहसील परिसर में धरना स्थल पर आंदोलनकारियों की बैठक में मौजूद लोगों ने आंदोलन को सफल बनाने के लिए भावी आंदोलनों पर विचार रखे। वहीं बैठक में मौजूद भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि भूमिधरी अधिकारों को लेकर किए जा रहे आंदोलन को 200 दिन से उपर हो गए हैं, लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार बातें तो बड़ी-बड़ी करती है और आंदोलनकारियों को बिना वादा पूरे किए हटाना चाहती है, लेकिन सरकार को ये समझना होगा कि तहसील में लंबे समय से डटे ये आंदोलनकारी अपना हक लेकर ही उठेंगे। वहीं जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि 20 फरवरी को निकलने वाली महिलाओं की थाली और बेलन रैली अब स्थगित हो गई है, क्योंकि 21 फरवरी को जिला कलेक्ट्रेट में ट्रैक्टर रैली है, ऐसे में इस रैली को सफल बनाने के लिए महिलाओं के मार्च को फिलहाल स्थगित करते हुए इसको 1 मार्च को निकाले जाने पर सहमति बनी है। वहीं आयोजक रजनीत सिंह सोनू ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन द्वारा प्रस्तावित 21 फरवरी के ट्रैक्टर मार्च को लेकर 19 फरवरी को प्रदेश अध्यक्ष करम सिंह पड्डा की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस रैली में बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसान जुटेंगे। बैठक में कर्म सिंह पड्डा, हरमिंदर सिंह बराड़, दर्शन गोयल, निरंजन दास गोयल, करमजीत शकर, दलजीत सिंह रंधावा, शेर सिंह, गुरमीत सिंह, अमरनाथ शर्मा, हरदेव सिंह, राजा सिंह, बब्बू सागर, देवेश प्रताप सिंह, बाबू सिंह चौहान, बसंत सिंह, मनजीत सिंह, जसवीर सिंह आदि थे।
भूमि बचाओ आंदोलन के 202 दिन पूरेरू 20 गांव की 5838 एकड़ भूमि के भूमिधरी अधिकारों को लेकर तहसील परिसर में चल रहे भूमि बचाओ आंदोलन को रविवार को 202 दिन हो चुके हैं। क्रमिक अनशन पर रणजीत सिंह शकर, हरदीप सिंह, सिकंदर सिंह,जसवीर सिंह व सुबेग सिंह को भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक जगतार सिंह बाजवा व रजनीत सिंह सोनू ने माल्यार्पण कर बैठाया।