आशा वर्कर्स का दूसरे दिन भी कार्य बहिष्कार जारी
सूत्रीय मांगों को लेकर आशा कार्यकत्रियां आंदालनरत है। पालिकाध्यक्ष हरीश दुबे समेत कांग्रेसजनों ने भी आंदोलन को समर्थन दिया है। आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के आह्वान पर मंगलवार को आंदोलनरत आशा कार्यकत्रियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उनका कहना था कि कोरोना काल से लेकर हर मौके पर कार्यकत्रियां आगे बढ़कर कार्य करती हैं, लेकिन उनकी मांगों की अनदेखी की जाती है। आशा कार्यकत्रियों के काम लगातार बढ़ाये जा रहे हैं। वेतन में आशाओं को स्वैच्छिक कार्यकर्ता बता दिया जाता है। सीएम को भेजे मांग पत्र में आशा वर्करों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, आंगनबाड़ी की तरह फिक्स मानदेय तय करने, पेंशन का प्राविधान करना, पूर्व सीएम की ओर से घोषित कोरोना भत्ता अवमुक्त करने, 50 लाख का जीवन बीमा व 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा लागू करने, अस्पतालों में सम्मानजनक व्यवहार करने, कोरोना ड्यूटी के लिए अलग से मासिक भत्ते का प्राविधान नहीं करने तक आशाओं को कोरोना ड्यूटी में नहीं लगाने की मांग की। कांग्रेस नेत्री मालती विश्वास ने आंदोलन को समर्थन दिया। यहां अध्यक्ष मंजू देवी, संतोष रस्तोगी, माविना, समरीन सिद्धीकी, सुलोचना, गीता मजूमदार, चरनजीत, कंचन गुप्ता, तारा देवी, सुलोचना, इन्द्रावती, कुलवंत कौर, मीना कोरंगा, तारा बिष्ट, हेमंती नेगी, संगीता, प्रवीन, भावना, मोबिना, गौमती देवी मौजूद रही।