टिहरी में बिजली कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार
नई टिहरी। उत्तराखंड विद्युत अधिकारी-कर्मचारी सयुंक्त सर्घष मोर्चा टिहरी शाखा ने 14 सूत्रीय मांगों आंदोलन जारी रखते हुये कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। समर्थन को कर्मचारियों से एक मंच पर आने की अपील की। ऊर्जा के कर्मचारी लंबे समय मांगों के निराकरण की मांग करते है, लेकिन शासन उनकी मांगों पर कोई निर्णय नहीं ले रहा है। वार्ता विफल होने के बाद कार्यबहिष्कार शुरू कर दिया गया है। मंगलवार को टिहरी ऊर्जा निगम के अधिकारी-कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार करते हुये 14 सूत्रीय मांगों के जल्द निस्तारण की मांग की। संगठन सचिव अनिल सेनवाल ने कहा कि ऊर्जा के तीनों निगमों के कर्मचारी लंबे समय से उपनल के माध्यम से कार्यरत संविदा कार्मियों को उच्च न्यायालय के निर्णयानुसार नियमित करने, वर्तमान समय तक नियुक्त सभी कर्मियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिये जाने, सहायक अभियंताओं, अवर अभियंताओं एंव तकनीकी ग्रेड द्वितीय को पूर्व की भांति प्राराभिंक वेतन वृद्धि का लाभ देने की मांग की है। साथ ही ऊर्जा निगमों में निजीकरण की कार्यवाही पर रोक लगाने, सीधी भर्ती में नियुक्त कर्मियों को 2400 से लेकर 3000 हजार ग्रेड वेतन पूर्व की भांति नियुक्ति के पद पर अनुमन्य किये जाने, अवर अभियंताओं का ग्रेड वेतन वर्ष 2006 से 4800 किये जाने सहित 14 सूत्रीय मांगों के तत्काल निस्तारण की मांग की है। संविदा प्रकोष्ठ के वरिष्ठ महामंत्री विक्रम तोपवाल ने कहा कि मांगों पर 27 जुलाई तक उचित निर्णय नहीं हुआ तो मध्यरात्रि से तीनों निगमों के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को बाध्य होंगे। कार्य बहिष्कार में ईई राकेश कुमार, अमित तोमर, दीपकपाल आर्य, अनिल सेनवाल, अनुज कुमार, राजेंद्र प्रसाद भट्ट, शीशपाल राणा, रवीन्द्र प्रताप सिंह, राकेश बहुखंडी, कीर्ति रावत,दिनेश अवस्थी,औकार सिंह नेगी, सुनील विजल्वाण, दिनेश परमार, उर्मिला नेगी, त्रिलोक रावत, सरोजनी देवी, संजीव नेगी, मनवीर कृषाली आदि शामिल हैं।