रुद्रपुर। नई नियमावली का विरोध करते हुए बहुउद्देशीय सहकारी समिति झनकट, मझोला और खटीमा के आक्रोशित कर्मचारियों ने एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। कर्मचारियों ने नई नियमावली के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की। बताया कि नई नियमावली में काफी विरोधाभास और खामियां हैं। कर्मचारियों ने कहा कि नई नियमावली लागू किया जाना विधि संगत नहीं है। ज्ञापन से कर्मचारियों ने वैद्यनाथन कमेटी के सुझावों को लागू करने, समितियों के अंशदान से संचालित कैडर फंड जिला स्तर पर गठित करने, नई नियमावली फरवरी 2024 को तत्काल निरस्त करते हुए निबंधक को समितियों के तहत समितियों में अनावश्यक हस्तक्षेप न करने की मांग की। कर्मचारियों ने बताया कि नई नियमावली से प्रबंध कमेटी के अधिकारों का हनन होगा जो विधि संगत नहीं होगा। समितियों के लोकतांत्रिक स्वायत्तशासी स्वरूप को बचाने के लिए इस नियमावली को खारिज करने की मांग की है।
वहीं मझोला बहुद्देशीय सहकारी समिति के सचिव जितेंद्र शर्मा ने बताया कि कैबिनेट द्वारा पास किए गए नई नियमावली में कर्मचारियों की घोर उपेक्षा की गई है। उन्होंने कर्मचारियों के भविष्य के चिंता करते हुए नई नियमावली को खारिज करने की मांग की है। चेतावनी दी यदि सरकार मांगें नहीं मानती है तो प्रदेश संगठन के आह्वान पर पूर्ण तालाबंदी व आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
वहीं एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि नई नियमावली के विरोध में कर्मचारियों के द्वारा एक ज्ञापन दिया गया है जिसको उचित माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित कर दिया जाएगा। झनकट बहुउद्देशीय सहकारी समिति सचिव सुरेश चंद्रसती, मझोला लैंपस के सचिव जितेंद्र शर्मा, खटीमा लैंपस के सचिव शीतल पासवान, भूपेंद्र सिंह, रामकृपाल, उत्तरवती, अंकुर त्यागी, नितिन राणा, अजीत राणा, ब्लॉक प्रतिनिधि इकबाल अहमद, हरीश राणा रहे।