देहरादून। छात्रों के हुनर को तलाशने और फिर उसे तराशकर भविष्य के लिए तैयार करने के उद्देश्य से देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में लिटरेरी फेस्ट का शुभारम्भ हुआ, जिसमें लेखकों की कलम से लेकर अभिनय का रंगमंच अपना जादू बिखेर रहा है। बुधवार को देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में स्कूल अफ जर्नलिज्म एंड लिबरल आर्ट्स की ओर से तीन दिवसीय लिटरेरी फेस्ट की शुरुआत हुयी, जिसमें छात्रों को लेखन, कला और अभिनय की दुनिया से रूबरू होने का मौका मिलेगा। फेस्ट में छात्र कहानी लेखन, काव्य रचना, पोर्ट्रेट कला की बारीकियों को जानने के साथ ही तीन दिवसीय थियेटर कार्यशाला में विशेषज्ञों की देखरेख में अभिनय के गुर भी सीखेंगे। पहले दिन छात्रों ने फेस्ट में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया, जिसमें थियेटर विशेषज्ञ कैलाश कंडवाल और सुदीप जुगरान की देखरेख में बच्चों ने अपने अंदर टुपी अभिनय प्रतिभा को निखारा। शुभारम्भ अवसर पर मुख्य अतिथि सूचना और प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत गीत एवं नाटक प्रभाग में सहायक निदेशक ड संतोष आशीष ने कहा कि लिटरेरी फेस्ट के मंच पर लेखन और अभिनय का साथ होना छात्रों के लिए एक बेहतरीन अवसर है क्योंकि लेखन कल्पनाशीलता का आधार है और थियेटर व्यक्तित्व निखारने का जरिया। वहीं थियेटर कलाकार कैलाश कंडवाल ने कहा कि रंगमंच मात्र अभिनय का माध्यम नहीं है बल्कि ये व्यक्तित्व विकास में सहायक भी है, जो छात्रों को आत्मविश्वास प्रदान करेगा। डीन स्कूल अफ जर्नलिज्म एंड लिबरल आर्ट्स प्रोफेसर दीपा आर्या ने फेस्ट में छात्रों की बढ़चढ़कर भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की और छात्रों की सहभागिता को सराहा। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक ड रश्मि पवार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, शिक्षक व छात्र उपस्थित रहे।