चमोली। जिला चिकित्सालय सभागार गोपेश्वर में विश्व जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल जज (सीनियर डिवीजन)/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पुनीत कुमार एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिषेक गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य कर्मियों, आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, पैरा लीगल वॉलिंटियर्स एवं आम नागरिकों की उपस्थिति रही। इस अवसर पर लोगों को परिवार नियोजन की स्थायी व अस्थायी विधियों को अपनाने हेतु प्रेरित किया गया।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पुनीत कुमार ने सीमित परिवार की आवश्यकता, लाभ व सामाजिक प्रभावों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जनपद जैसे विषम भौगोलिक क्षेत्र में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मानसून जैसी कठिन परिस्थितियों में किया जा रहा कार्य प्रशंसनीय है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिषेक गुप्ता ने इस वर्ष की थीम “योजनाबद्ध पितृत्व के लिए स्वस्थ समय और गर्भधारण के बीच अंतराल” की जानकारी देते हुए आशा कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि लक्ष्य दंपतियों को गर्भावस्था के दौरान ही परिवार नियोजन साधनों के प्रति जागरूक करें।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को परिवार नियोजन के साधनों जैसे गर्भनिरोधक गोलियां, पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी, अंतरा इंजेक्शन और कंडोम आदि के उपयोग की जानकारी दी गई एवं इनके प्रयोग के लिए प्रेरित किया गया।
जनपद की 159 चिकित्सा इकाइयों में परिवार नियोजन साधन कॉर्नर स्थापित किए गए हैं। सीएमओ डॉ. गुप्ता ने 11 जुलाई से 18 जुलाई तक आयोजित शिविरों में अधिक से अधिक भागीदारी कर अभियान को सफल बनाने की अपील की।
प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुराग धनिक ने ग्रामीण स्तर पर इस वर्ष के स्लोगन “मां बनने की उम्र वही, जब तन और मन की तैयारी सही” के तहत जागरूकता फैलाने पर जोर दिया।
इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी वैष्णव कृष्णा, माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. पवन पाल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक (एनएचएम) नरेंद्र सिंह, अधिकार मित्र उमाशंकर बिष्ट, जिला समन्वयक (पीसीपीएनडीटी) संदीप कंडारी, जिला आईईसी मैनेजर श्री उदय सिंह, गुणवत्ता प्रबंधक श्री रंजीत सिंह रावत सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन उदय सिंह रावत द्वारा किया गया।