परंपरा के तहत किया नागराजा देवता का पूजन
श्रीनगर गढ़वाल : नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत उफल्डा में नागराजा देवता का पूजन धूमधाम के साथ किया गया। स्थानीय लोगों ने क्षेत्र की सुख समृद्धि के लिए देवता को सवादोण (40 किलो आटे) का रोट चढ़ाकर पूजा-अर्चना की। वर्षों पूर्व से चली आ रही परंपरा के तहत गुरुवार को उफल्डा और आसपास के गांव के लोगों ने नागराजा देवता की पूजा की। सुबह 10 बजे से नागराजा मंदिर के समीप पंचायती चौरी में ग्रामीणों ने 40 किलोग्राम आटे को हाथ और थपकियों से गूंदा गया। मंदिर परिसर में रोट पकाने के लिए उपले और लकड़ियों को जलाकर उसको पकाने के लिए अंगारों से ढक दिया गया। इस दौरान महिलाओं पर देवी-देवता अवतरित हुए। उन्होंने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि प्रत्येक तीन साल बाद यह पूजा होती है। नागराजा को चढ़ाया जाने वाला रोट नए गेहूं से तैयार आटे का बनाया जाता है। मान्यता है कि नागराजा को रोट चढ़ाने से बारिश होती है। जिससे फसलें अच्छी होती हैं। देव पूजन में मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह धनाई, कोषाध्यक्ष धर्म सिंह बिष्ट, सचिव कुशाल सिंह रावत, बंटी भंडारी, राजेद्र बिष्ट, कमल सिंह धनाई, सुरेंद्र सिंह नेगी, विक्रम सिंह चौहान आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)