रुद्रप्रयाग : अक्षय तृतीय के मौके पर श्री केदारनाथ आदर्श संस्कृत महाविद्यालय शोणितपुर लमगौंडी में 12 छात्रों को यज्ञोपवित संस्कार किया गया। इस मौके पर छात्रों को सनातन के कई महत्वपूर्ण नियम भी बताए गए। महाविद्यालय में आयोजित यज्ञोपवीत संस्कार कार्यक्रम में बताया गया कि इसका मुख्य उद्देश्य व्यक्ति को धार्मिक कर्मों के लिए योग्य बनाना और उसे सत्य, तेज और पवित्रता जैसे गुणों से युक्त करना है। यह संस्कार व्यक्ति को धार्मिक नियमों का पालन करने और यज्ञों में भाग लेने का अधिकार देता है। यज्ञोपवित संस्कार हिंदुओं के 16 संस्करों मे से एक है। कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य नित्यानंद पोखरियाल, सहायक निदेशक मंसाराम मैदुली, विद्यालय के पूर्व प्रबन्धक श्रीनिवास पोस्ती, कार्यक्रम के मुख्य यजमान किशन अवस्थी, जनकल्याण समिति के अध्य्क्ष अरुण बाजपेई एवं छात्र व अभिभावक मौजूद थे। (एजेंसी)