उत्तराखंड

हिंसा व अपराध कम करने में सहायक है योग

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नई टिहरी : केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में राष्ट्रीय योग सेमिनार का आयोजन किया गया। शिविर में योग को अपराध और हिंसा कम करने में सहायक बताया गया। सोमवार को श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में आयोजित योग सेमिनार का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रसिद्ध पर्वतारोही व केंद्रीय संस्कृत विवि की ब्रांड अम्बेसडर पद्मश्री संतोष यादव ने किया। उन्होंने कहा कि संस्कृत के अध्ययन से मन में विराटता व शुद्धि आती है। संस्कृत हमें संस्कारवान व सभ्य बनाती है। यह भाषा हमें भोजन और वस्त्र का विज्ञान सिखाती है। एवरेस्ट विजेता संतोष यादव ने कहा कि, हमें अपनी आवश्यकताओं को न्यून करना चाहिए ताकि पर्यावरण की रक्षा हो सके। उन्होंने भारतीय पारंपरिक वस्त्रों व भोजन अपनाने पर जोर दिया। साबुन, प्लास्टिक का कम प्रयोग करने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि, पेड़ काटने के जैसा सख्त कानून पेड़ लगाने के लिए भी बनना चाहिए। उन्होने एवरेस्ट विजय में आयी कठिनाइयों को भी सेमिनार में साझा किया। विश्वविद्यालय के शैक्षिक मामलों के पूर्व अधिष्ठाता व पुरी परिसर निदेशक प्रो. बनमाली बिश्वाल ने शांति की स्थापना में योग के महत्व को रेखांकित किया। भारतीय शास्त्रों में इसकी महिमा वर्णित है। श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर व भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद के संयुक्त सेमिनार में योग विषयक 25 शोध-पत्र भी पढ़े गए। ‘योगदर्शन के समग्र अर्थ : योग सूत्र और हठयोग प्रदीपिका के विशेष संदर्भ की संगोष्ठी में विश्वविद्यालय प्रकाशन विभाग निदेशक प्रो.काशीनाथ न्योपाने ने कहा कि योग का वास्तविक स्वरूप बरकरार रहना चाहिए। डॉ.पवन व्यास व साहित्य विद्या शाखा संयोजक प्रो.विजयपाल शास्त्री ने भी विचार रखे। विशिष्ट व्याख्यान शृंखला में एचएसबी गढ़वाल विवि की डॉ. कविता भट्ट व डॉ. दिनेश चन्द्र पाण्डेय आदि के व्याख्यान हुए। परिसर निदेशक प्रो. पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने योग को शारीरिक और मानसिक रोगों का निवारक व मेधा को प्रखर करने वाला बताया। इस मौके पर डॉ. सच्चिदानंद स्नेही, जनार्दन सुवेदी, डॉ. मनीष शर्मा, प्रो. चंद्रकला कोंडी, डॉ. ब्रह्मानंद मिश्र, डॉ. सूर्यमणि भंडारी, डॉ. वीरेंद्र सिंह बत्र्वाल, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. अरविंद सिंह गौर, डॉ. शैलेंद्र प्रसाद उनियाल, डॉ. शैलेंद्र नारायण कोटियाल, डॉ. सुशील बडोनी, डॉ. अवधेश बिजल्वांण, डॉ. अमंद मिश्र, डॉ. मनीषा आर्या, रजत गौतम क्षेत्री, डॉ. धनेश पीवी, डॉ. रश्मिता, डॉ. सुधांशु वर्मा आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)

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