योग प्रशिक्षितों ने की नियुक्ति की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। योग प्रशिक्षित महासंघ उत्तराखण्ड ने सरकार से योग प्रशिक्षितों को नियुक्ति प्रदान करने की मांग की है। प्रशिक्षितों का कहना है कि वह लंबे समय से नियुक्ति की गुहार लगा रहे है, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। प्रशिक्षितों ने आक्रोश जताया कि हर समय आश्वासन के बाद भी उन्हें आज तक नियुक्ति नहीं दी गई है, जिससे नौकरी की आस में बैठे कई प्रशिक्षित अपनी आयु सीमा भी पार कर चुके है।
प्रदेश के काबीना मंत्री डॉ. हरर्क ंसह रावत को ज्ञापन सौपंते हुए योग प्रशिक्षितों ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग ही नहीं अपितु विज्ञान का सबसे उत्तम विषय है जो न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्तर पर कार्य करता है। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सकारात्मक प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र सभा की आम सभा में महज 90 दिनों के अंदर ही 170 देशों ने मंदूरी दे दी थी। उन्होंने कहा कि सातवें अंतरर्राष्ट्रीय योग दिवस पर वन मंत्री डॉ. रावत ने राज्य के जीएमवीएन, केएमवीएन सहित अन्य पर्यटक केंद्रों में योग सेंटर व राज्य में वैलनेस और योग सेंटर खुलवाने की घोषणा की थी, इन सेंटरों को जल्द से जल्द ही शुरू किया जाना चाहिए। ताकि प्रशिक्षित बेरोजगारों को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है, लेकिन योग प्रशिक्षित बेरोजगार है। नियुक्ति की मांग के लिए योग प्रशिक्षित शासन व प्रशासन के सम्मुख कई बार धरना, प्रदर्शन, घेराव भी कर चुके है, लेकिन आज तक प्रशिक्षितों को नियुक्ति नहीं मिल पाई है। इससे प्रशिक्षितों में आक्रोश व्याप्त है। ज्ञापन देने वालों में योगाचार्य संदीप रावत, संतोष बलोदी, मनोज नेगी, नीरूबाला खंतवाल, अंजलि कंडारी, आशा थपलियाल, भावना नेगी शामिल थे।