रुद्रप्रयाग। जिला पंचायत सीट कंडारा वार्ड से डॉ. योगम्बर सिंह नेगी ने अपना नाम वापस ले लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पार्टी के कुछ वरिष्ठ लोगों के दबाव में इस सीट पर किसी भी उम्मीदवार को अधिकृत नहीं किया है। पार्टी का वरिष्ठ सदस्य होने के नाते भी उन्हें एक जिपंस के लिए भी अधिकृत नहीं किया गया जिससे क्षुब्ध होकर उन्होंने अपना नाम वापस लिया है। डॉ योगम्बर सिंह नेगी ने जिला पंचायत के कण्डारा वार्ड 11 से नामांकन वापस लेने के बाद कहा कि मैं इस सीट पर सबसे वरिष्ठ पार्टी प्रत्याशी रहा हूं। जबकि पार्टी ने अभी तक किसी को अधिकृत नहीं किया। कहा कि 1984 में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद वर्तमान तक कभी भी पार्टी के खिलाफ कोई कार्य नहीं किया है। 1987 से 2008 में गढ़वाल विश्वविद्यालय में बम्बर बोटों से छात्र संघ महासचिव निर्वाचित हुआ। 1989-90 में भारी बहुमत से छात्र संघ अध्यक्ष बना। अध्यक्ष पद पर भाजपा नेता तीर्थ सिंह रावत तक को हराया था जो बाद में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री बने। 2003 में कण्डारा वार्ड पर जिले में सर्वाधिक अतों के अन्तराल से जिला पंचायत सदस्य बने। 2013 में क्यूंजा वार्ड से भारी अंतर से क्षेत्र पंचायत सदस्य निर्वाचित हुआ। 2007, 2012 एवं 2017 में केदारनाथ विधानसभा के पैनल में केंद्रीय चुनाव समिति के टॉप में नाम रहा, जबकि पार्टी के कुछ बडे लोगों के चेहतों के चक्कर में टिकट काट दिया गया। बावजूद हमेशा पार्टी के उम्मीदवार के लिए कार्य करते रहे।