योगगुरु रामदेव ने पतंजलि गुरुकुलम्, देवप्रयाग में शास्त्रीय स्पर्धा का उद्घाटन किया
हरिद्वार। योगगुरु रामदेव ने पतंजलि गुरुकुलम देवप्रयाग में शास्त्रीय स्पर्धा प्रतियोगिताओं का उद्घाटन किया। प्रतियोगिता में गुरुकुल पतंजलि गुरुकुलम हरिद्वार (बालक एवं बालिका परिसर) एवं पतंजलि गुरुकुलम मूल्या गांव देवप्रयाग के लगभग 184 बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं। गुरुवार को आयोजित प्रतियोगिता के दौरान स्वामी रामदेव ने कहा कि शास्त्र हमारी समृद्घ संस्ति की बौद्घिक विरासत है। इनको स्मरण करने से बच्चों का अंत:करण सीधेाषि परंपरा के तप और ज्ञान से अभिसिंचित हो जाता है। कहा कि गुरुकुल से पढ़े हुए यह बच्चे जब विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्व करेंगे, तो भारत का और अधिक सशक्त राष्ट्र के रूप में उद्भव होगा। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि समूचे व्यक्तित्व का निर्माण शिक्षा का उद्देश्य होना चाहिए। भारतीय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष एनपी सिंह ने कहा कि गुरुकुल के बच्चों की प्रतिभा को देखकर यह आश्वस्त हो जाता है कि भारत शीघ्र ही सांस्तिक महाशक्ति के रूप में विश्व में स्थापित होगा। इस अवसर पर पतंजलि महिला आयोग समिति की मुख्य केंद्रीय प्रभारी एवं पतंजलि विश्वविद्यालय की डीन साध्वी देवप्रिया, गुरुकुलम हरिद्वार की प्राचार्या साध्वी देवमयी, पतंजलि हरिद्वार के प्राचार्य स्वामी ईशदेव आदि मौजूद थे।