हरिद्वार( हरिद्वार डिवीजन में एक और हाथी की मौत हो गई है। मामला इसलिए गंभीर है क्योंकि पिछले हफ्ते ही इसी डिवीजन में तीन हाथी विभिन्न कारणों से मृत मिले थे। अब चौथे युवा हाथी की मौत ने डिवीजन की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बड़ी बात यह है कि एक दिन पहले ही वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने हाथी गणना की रिपोर्ट सार्वजनिक की थी।
गणना रिपोर्ट के 24 घंटे के भीतर हाथी की मौत: वन विभाग और वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट समेत तमाम फॉरेस्ट से जुड़े संस्थान इस बात को लेकर खुश हैं कि देश में पहली बार हाथियों की डीएनए आधारित गणना की गई है। लेकिन हाथियों की संख्या का आंकड़ा सामने आने के बीच हरिद्वार डिवीजन से बुरी खबर सामने आई है। दरअसल, हरिद्वार रेंज के बहादराबाद क्षेत्र में एक युवा हाथी की मौत हुई है।
चिंता की बात यह है कि करीब 45 साल के युवा हाथी की मौत करंट लगने से हुई है, जिसको लेकर वन विभाग जांच में भी जुट गया है। हैरानी की बात यह है कि हरिद्वार डिवीजन में ही 26 सितंबर से लेकर अब तक कुल चार हाथी मर चुके हैं। जिसमें यह दूसरा हाथी है, जिसकी मौत करंट लगने से मानी जा रही है।
पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ आरके मिश्रा ने बताया बहादराबाद क्षेत्र में बिजली के खंभे में मौजूद तार के संपर्क में आने से इस हाथी की मौत हुई है। बिजली के खंभे में लगी सपोर्टिव तार से संभवत हाथी संपर्क में आया और उसके बाद यह खंभा नीचे की ओर झुक गया, जिसके चलते खंभे में लगी वायर के संपर्क में आने के बाद हाथी की मौत हुई है।