युवा पीढ़ी योग और आध्यात्म को अपनाएं और नशे के सेवन से दूर रहे
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : तम्बाकू निषेध दिवस पर बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पौड़ी में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अकरम अली की अध्यक्षता में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर ब्रह्मकुमारी संस्थान पौड़ी से आयी बहन बीना ने कहा कि नशा और तम्बाकू निषेध पर चलाये जा रहे जागरुकता कार्यक्रमों के दौरान विद्यालयों में भ्रमण से यह बात सामने आ रही है कि आज देश में युवा वर्ग सबसे अधिक तम्बाकू सेवन और नशे की ओर बढ़ रहा है, इसलिए आवश्यक है कि युवा पीढ़ी योग और आध्यात्म की ओर चल कर इन चीजों के सेवन से दूर रहे।
कार्यक्रम में एएनएमटीसी खिर्सू, शतचंडी नेत्र प्रशिक्षण संस्थान के छात्र-छात्राओं द्वारा तम्बाकू नियंत्रण के सम्बन्ध में भाषण एवं कविता प्रतियोगिता आयोजित की गई। बीआर न्यू मॉडर्न पब्लिक स्कुल के बच्चों द्वारा नशे को लेकर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। इस मौके पर सौम्या, दामिनी, पीयूष, सुधांशु को नाटक, सना को भाषण और मोनिका को चित्रकला के लिए पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के सम्बन्ध में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम से जिला सलाहकार स्वेता गुंसाई ने इस वर्ष की थीम ‘‘हमें भोजन की आवश्यकता, तम्बाकू की नहीं’’ के सम्बन्ध में जानकारी दी। कार्यकम की अध्यक्षता कर रहे सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अकरम अली ने बताया कि व्यक्ति को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे उसके आस-पास रह रहे लोगों को किसी भी तरह की कोई परेशानी हो धुम्रपान उपयोग भी इसमें एक है। धुम्रपान से व्यक्ति स्वंय तो रोग का शिकार होता है उसके साथ ही उसके आस-पास के लोग भी इससे प्रभावित होते हैं। उन्होंने कहा कि तम्बाकू उत्पादों से दूर रहने और और इसे छोड़ने की पहल प्रत्येक व्यक्ति को स्वंय से करनी चाहिए। जिला विधिक सेवा से प्राधिकरण की ओर से इस सम्बन्ध में समय-समय पर विभिन्न स्थानो में जागरुकता कार्यक्रम संचालित किये जाते रहते हैं। डॉ. शशांक उनियाल ने कहा कि तम्बाकू सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, जिससे हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की घातक बीमारियां हो सकती हैं, इसे छोड़ने के लिए बस एक मजबूत फैसले की जरूरत है। उन्होंने बताया कि यदि कोई व्यक्ति तम्बाकू की लत से ग्रसित है और इसे छोड़ना चाहता है तो विभाग द्वारा संचालित जिला प्रकोष्ठ में काउंसलर की सहायता से सम्बन्धित व्यक्ति की काउंसलिंग की जाती है, साथ ही निकोटेक्स की दवाई सम्बन्धित व्यक्ति को मुफ्त उपलब्ध करायी जाती है। इस अवसर पर डॉ. स्वेता नवानी, जिला आशा समन्वयक दिनेश शाह, आशा कार्यकत्रियों के साथ ही अन्य विभागीय कर्मचारी मौजूद रहे।