स्वरोजगार अपनाकर आत्मनिर्भर बनें युवा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार में मुख्यमंत्री नवाचार योजना के तहत ‘स्थाई मौन पालन से युवा आजीविका में सुधार’ विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान युवाओं को स्वरोजगार कर आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया गया।
गोष्ठी का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य जानकी पंवार व संयुक्त निदेशक डॉ. रतन कुमार, सीईओ शिवाली, डॉ प्रभाकर सिंह ने किया। जिला उद्यान अधिकारी पंकज रतूड़ी सहित अन्य अधिकारियों ने छात्रों को गोष्ठी से संबंधित जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों द्वारा लघु नाटिका के माध्यम से मधुमक्खी पालन, मधुमक्खी का जीवन काल और उससे युवाओं को मिलने वाले रोजगार पर प्रकाश डाला। संगोष्ठी में छात्र छात्राओं ने अपने प्रशिक्षण के अनुभवों को भी साझा किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता एएस कैंतूरा द्वारा मधुमक्खी पालन के लाभ और संपूर्ण प्रक्रिया का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंन मधुमक्खी पालन से मिलने वाले रोजगार और शोध के विषय में भी बताया। डॉ. रतन कुमार ने महाविद्यालय में संचालित मधुमक्खी पालन के कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने बताया की स्वरोजगार के क्षेत्र में मधुमक्खी पालन की अपार संभावनाएं है। आपने सरकार द्वारा उपलब्ध सहायता के विषय में विस्तार से छात्र छात्राओं को बताया। इस मौके पर एमडी कुशवाहा, सीमा चौधरी, डॉ. महंथ मौर्य,डॉ. एस आर कटियार, डॉ. अभिषेक गोयल, डॉ. स्वाति नेगी, डॉ. प्रीति रानी, डॉ. अमित जायसवाल आदि मौजूद रहे।