युवा जागृति विचार मंच ने की नशे के कारोबार पर रोक लगाने के सरकार के प्रयासों की प्रशंसा
हरिद्वार। युवा जागृति विचार मंच के कार्यकर्ताओं ने पै्रस क्लब में पत्रकारवार्ता करते हुए मुख्यमंत्री द्वारा नशे के खिलाफ टास्क फोर्स का गठन करने व नशे के कारोबार पर रोक लगाने में पुलिस महानिदेशक द्वारा निभायी जा रही सक्रिय एवं सजग भूमिका की प्रशंसा की है। पत्रकारवार्ता के दौरान मनीष चौहान ने कहा कि युवा जागृति विचार मंच द्वारा लगातार हस्ताक्षर अभियान और रैलियों के माध्यम से शासन प्रशासन और समाज के सभी वर्गों तक नशे के खिलाफ संदेश पहुंचाने का कार्य पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ किया गया। स्मैक जैसे घातक नशे के विषय को विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के द्वारा प्रमुखता से उठाया गया और सरकार में रहते हुए भी बीजेपी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में इसे जगह दी। वर्तमान में शासन और प्रशासन नशे को को लेकर सक्रिय एवं सजग भूमिका में है। जिसके चलते मुख्यमंत्री द्वारा टास्क फोर्स का गठन किया गया और डीजीपी के द्वारा भी सक्रिय रहते हुए ड्रग्स माफियाओं पर त्वरित कार्यवाही करने के लिए शिक्षण संस्थानों के आसपास एलआईयू को सक्रिय रहने के लिए निर्देशित किया गया है। जहां इस फैसले से युवाओं को नशे से मुक्ति मिलेगी। वहीं समाज भी दूषित होने से बचेगा। मनीष चौहान ने सरकार और शासन आग्रह करते हुए कि कहा औद्योगिक क्षेत्र में दवा बनाने वाली फार्मा कंपनियों की विशेष ड्रग्स अडिट जांच करायी जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि कई बड़ी फार्मा कंपनी भी ड्रग्स माफियाओं के इशारे पर काम करती है। जिसकी सघन जांच करने की आवश्यकता है। वर्तमान में सरकार और शासन की सक्रिय भूमिका और और नशे को समाप्त करने की प्राथमिकता को देखते हुए हरिद्वार जैसे शहर में ड्रग्स माफिया लगातार सक्रिय हैं और असामाजिक तत्वों के द्वारा लगतार समाज को दूषित करने का षड्यंत्र जारी है। उससे भी अधिक विडंबना यह है कि ड्रग्स का कारोबार करने वाले माफिया पैसे, एप्रोच और गुंडागर्दी के दम पर राजनीतिक पार्टियों के संरक्षण में फल फूल रहे हैं। जो कि समाज और राष्ट्र के लिए बेहद घातक सभी राजनीतिक और सामाजिक संगठनों को अपनी अपनी पार्टी में इस प्रकार के माफियाओं की उच्च स्तरीय जांच कर ड्रग्स माफियाओं को पार्टी से बाहर करना चाहिए। मनीष चौहान ने कहा कि कुछ समय पूर्व शहर की सबसे समृद्घशाली कलोनी खन्ना नगर में पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के निवास स्थान से चंद कदमों की दूरी पर नशे के लिए क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए फायरिंग की घटना भी दो गुटों के बीच में देखने और सुनने को मिली है। इससे सहज ही अनुमान लगा सकते हैं हरिद्वार नगर में पुलिस प्रशासन का अपराधियों में कोई खौफ नहीं रह गया है। सभी जिम्मेदार संस्थाओं तीर्थ नगरी हरिद्वार को नशा तस्करों से निजात दिलाने के लिए आगे आना चाहिए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नशा मुक्त उत्तराखंड की संकल्पना को ध्यान में रखकर टास्क फोर्स का गठन किया है। इसके लिए युवा जागृति विचार मंच मुख्यमंत्री का आभारी है एवं आशा करता है कि वह टास्क फोर्स के माध्यम से नशे के तस्करों का खाकी और खादी का गठजोड़ तोड़ने में कामयाब होंगे एवं नशा मुक्त उत्तराखंड नशा मुक्त समाज का संकल्प पूरा करेंगे। पत्रकारवार्ता के दौरान हिमांशु राजपूत, प्रवीण भारद्वाज, जयप्रकाश आदि भी मौजूद रहे।