जिला चिकित्सालय में वर्षों से सेवा दे रहे कर्मचारियों को मिल रहे सेवा समाप्ति के नोटिस
कर्मचारियों ने लगाई प्रभारी जिलाधिकारी से गुहार
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जिला चिकित्सालय में वर्षों से दैनिक वेतनभोगी के तौर पर कार्यरत कर्मचारियों को सेवा समाप्ति के नोटिस दिए जा रहे हैं। जिससे इन कर्मचारियों के समक्ष रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। उक्त चिकित्सालय अब पीपीपी मोड पर इंद्रेश अस्पताल प्रबंधन की ओर से संचालित किया जा रहा है। रोजगार को बचाए जाने के लिए इन सभी कर्मचारियों ने प्रभारी जिलाधिकारी से गुहार लगाई है। प्रभारी जिलाधिकारी डॉ. एसके बरनवाल ने कर्मचारियों को सकारात्मक आश्वासन दिया है।
जिला चिकित्सालय पौड़ी का संचालन इस माह से पीपीपी मोड में शुरू हो गया है। यहां इंद्रेश अस्पताल प्रबंधन ने अपने कर्मचारियों को तैनात कर दिया है। वहीं जिला चिकित्सालय में पूर्व से कार्यरत चिकित्सकों व नियमित कर्मचारियों का अन्य स्थानों पर समायोजन किया जा रहा है। अस्पताल के पीपीपी मोड पर जाने से दैनिक वेतन भोगी के तौर पर वर्षो से यहां कार्य कर रहे कर्मचारियों का रोजगार संकट में आ गया है। अस्पताल के मुख्य चिकित्साधीक्षक की ओर से इन कर्मचारियों को सेवा समाप्ति के नोटिस दिए जा रहे हैं। यहां तैनात कर्मचारी योगेंद्र कुमार, कुलदीप, सुरेंद्र गौड़ आदि ने कहा कि अस्पताल में 8 से लेकर 15 साल तक कार्य करने के बाद उन्हें सेवा समाप्ति का नोटिस दिया जा रहा है। जबकि इंद्रेश अस्पताल उन्हें सेवा में लेने के लिए पूर्व से मिल रहे वेतन का आधा हिस्सा भी देने को तैयार नहीं है। जिससे उनके समक्ष रोजगार का संकट पैदा हो गया है। कर्मचारियों ने बताया कि पूर्व जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने उन्हें मार्च माह के अंत तक सेवा में बनाए रखने का आश्वासन दिया था। लेकिन अस्पताल प्रबंधन अब उन्हें जबरन सेवा से बाहर कर रहा है। इन कर्मचारियों ने प्रभारी डीएम डॉ. एसके बरनवाल से मुलाकात कर रोजगार बचाए रखने की गुहार लगाई। वहीं डा. बरनवाल ने कर्मचारियों को सकारात्मक आश्वासन दिया है। मुलाकात करने वालों में अजय कुकरेती, सुनील थपलियाल, सुशीला नेगी, सुभाष नेगी, संतोष कुमार आदि शामिल थे।