नई निर्माण तकनीक से रुकेंगी पहाड़ की आपदाएं : टम्टा
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बागेश्वर। राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा ने कहा कि नई निर्माण तकनीक से पहाड़ की आपदाएं रुकेंगी। राज्य सरकार को इस ओर कदम उठाना होगा। इसके अलावा पहाड़ों में बहने वाले गधेरों को भी सरकारों को समय पर परिवर्तित करना होगा। यही गधेरे बारिश के दिनों में लोगों के लिए परेशानी का सबब बनते हैं। पूरे प्रदेश में 2018 से अब तक आपदा की भेंट चढ़े नहरों और गूलों ठीक नहीं किया गया है। इसका खामियाजा यहां के किसान भुगत रहे हैं।
कोरोना काल में अपने घरों को आए प्रवासियों को रोजगार देने में प्रदेश सरकार नाकाम साबित हुई है। यह बात उन्होंने शनिवार को लोनिवि विश्राम गृह में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। टम्टा ने कहा कि पहाड़ में कई लोग पहले से ही ऋण के बोझ तले दबे हैं। उन्हें और ऋण देकर सरकार परेशानी में डाल रही है। सरकार पहले ऋण में राहत दे तभी नया ऋण उन्हें मिल पाएगा। प्रवासियों के लिए सरकार के पास कोई ठोस नीति नहीं है। सभी बातें हवा में चल रही हैं। प्रदेश सरकार में एक साथ दो काननू चल रहे हैं। भाजपा प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने पूरे पहाड़ को कोरोना से संक्रमित कर दिया है। सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जबकि लोगों को जागरूक करने का काम कर रही कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कर रही है। मास्क नहीं पहनने पर आम आदमी का चालान हो रहा है, जबकि भाजपा के कई नेता बगैर मास्क के सभाएं कर रहे हैं। ऐसी सरकार पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस वक्त पिथौरागढ़ जिला और बागेश्वर जिला आपदा की मार झेल रहा है। मुनस्यारी और कपकोट में बारिश से भारी तबाही हो रही है। सड़क निर्माण से निकले मलबे का डंप जोन बनाने के बाजए उसे नदियों और नालियों में डाला जा रहा है। बारिश में यही तबाही का कारण बन रहा है। जिले में लगातार बढ़ रहे आत्महत्या की घटनाओं पर उन्होंने चिंता जताई है। जल्द गांव और स्कूल स्तर पर काउंसलिंग कराने की बात कही। तांकि इस तरह की प्रवृति पर रोक लगाई जा सके। इस मौके पर पूर्व विधायक और कांग्रेस प्रदेश महामंत्री ललित फर्स्वाण, पूर्व जिपं अध्यक्ष व वर्तमान सदस्य हरीश ऐठानी आदि मौजूद रहे।