कोटद्वार-पौड़ी

बिना कारण के आवेदन को निरस्त न करें: डीएम

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लापरवाही की दशा में एफपीओ के विरूद्ध होगी लिखित कार्यवाही
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जिलाधिकारी डॉ. जोगदण्डे ने कृषक उत्पादन संगठन एफपीओ, कृषि अवसंचना निधि की समीक्षा के दौरान गत बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में कार्य प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को कार्यों में तेजी लाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने समस्त संस्था के पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रथम चरण के सर्वेक्षण, डीपीआर, पंजीकरण इत्यादि कार्य को 15 दिन के भीतर पूर्ण करना सुनिश्चित करें। लापरवाही की दशा में एफपीओ के विरुद्ध लिखित कार्यवाही अमल पर लायी जाएगी। उन्होंने कहा कि बिना कारण के आवेदन को निरस्त न करें। साथ ही रेखीय विभाग के अधिकारियों निर्देशित किया कि बैंकर्स के निर्धारित चेकलिस्ट बिंदु के अनुसार आवेदकों को बैंकर्स से सहमति हेतु अवगत कराएं, जिससे आवेदकों को अपनी योजना की ऋण हेतु समय का सदुपयोग हो सके।
विकास भवन सभागार, पौड़ी गढ़वाल में शुक्रवार को जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में डीसीसी/डीएलआरसी, कृषि अवसरंचना निधि तथा कृषक उत्पादन संगठन हेतु केंद्र पोषित योजना की जनपद स्तरीय मॉनिटरिंग समिति की बैठक हुईं। डीएम ने कहा कि योजना की जानकारी सही रुप में काश्तकारो को मिले, छोटी-छोटी प्राइमरी इंफ्राटेक्चर को बढ़ावा देने के साथ ही लक्ष्य निर्धारित कर क्षेत्र में कार्य को बढ़ावा दे। जिलाधिकारी ने कहा कि इस संबंध में जनपद को लगभग 20 करोड़ रुपए के लक्ष्य प्राप्त हुए है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो ऋण प्रोजेक्ट पोर्टल पर प्राप्त हुए हैं उनमें स्वीकृति की कार्यवाही शीघ्रता से पूर्ण करें। जिलाधिकारी ने कहा कि ऋण वितरण में समस्त बैंकों का प्रदर्शन अच्छा रहा है। एमएसवाई पीएमईजीपी में लक्ष्य से अधिक ऋण वितरण किए जा चुके हैं। उन्होंने समस्त बैंकों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि भविष्य में भी इसी प्रकार ऋण वितरण का कार्य किया जाए, जिसमें सरकारी योजनाओं को रेखीय विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर बैठक करते हुए लक्ष्य को कार्य योजना बनाकर प्राप्त करें। जिलाधिकारी ने ऐसे बैंकों की ब्रांच जहां ऋण वितरण/सीडी रेश्यो का अनुपात कम रहा है, उन बैंकों के साथ मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक सब कमेटी गठित करने के निर्देश दिए। यह कमेटी ऋण अनुपात बढ़ाने के लिए बैंकों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य योजना तैयार करेगी।
कृषक उत्पादन संगठन हेतु केंद्र पोषित योजना की जनपद स्तरीय मॉनिटरिंग समिति की समीक्षा में उन्होंने जनपद के 15 ब्लॉको में से 13 ब्लाकों में गठित कमेटी के पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा इस संबंध में कम्युनिटी बेस्ड ऑर्गेनाइजेशन का चयन कर लिया गया है तथा उसके माध्यम से कंपनी पंजीकरण का कार्य संबंधित वित्तीय संस्थाओं के माध्यम से 1 माह में तैयार करने के निर्देश दिए गए है। समस्त कम्युनिटी बेस्ड ऑर्गेनाइजेशन 1 माह के भीतर कार्य योजना तैयार करें साथ ही कंपनी का पंजीकरण, डायरेक्टर बोर्ड की बैठक कार्यवाही व अन्य कार्य 1 माह के भीतर करना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, लीड बैंक अधिकारी अनिल कटारिया, डीडीएम नावार्ड भूपेंद्र सिंह, सीएओ देवेंद्र सिंह, बैंक ऑफ इंडिया अरुण नेगी, सहकारी बैंक से सुमन कुमार, पंजाब बैंक अधिकारी कुणाल संजय मेहता, मुख्य कृषि अधिकारी देवेंद्र राणा, जिला पर्यायन अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, मुख्य उद्यान अधिकारी नरेंद्र कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।

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