स्वरोजगार से जुड़कर आर्थिकी मजबूत करें युवा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : राजकीय महाविद्यालय कण्वघाटी कोटद्वार में देवभूमि उद्यमिता केंद्र में 12 दिवसीय ईडीपी कार्यशाला का आयोजन किया गया। द्वितीय दिवस में विशेषज्ञों ने युवाओं को स्वरोजगार से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र का शुभारंभ नोडल अधिकारी डॉ. विनय देवलाल व डॉ. नवनीत रावत द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया। नोडल अधिकारी देव भूमि उद्यमिता केंद्र डॉ. विनय देवलाल ने विषय विशेषज्ञ का स्वागत पौधा भेट कर किया। तत्पश्चात कार्यक्रम की रूपरेखा छात्र-छात्रा प्रतिभागियों के मध्य प्रस्तुत की। प्रथम सत्र में बतौर प्रशिक्षक डॉ. नवनीत रावत द्वारा उद्यमिता विकास हेतु बिजनेस इनवायरमेंट में इंटरनल माइक्रो वा मैक्रो, इंटरनल वर्सेज एक्सटर्नल, आउटसाइड इन अप्रोच को अपनाने को कहा। उन्होंने पेस्टल एनालिसिस द्वारा माइक्रो इनवायरमेंट को समझाया। प्रोडक्ट प्रमोशन राइट प्राइस राइट प्लेस को सिवा मॉडल से विस्तार पूर्वक समझाकर डॉ नवनीत रावत ने उत्कृष्ट उद्यमिता मॉडल कैसे तैयार करना है की जानकारी दी। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में नोडल अधिकारी डॉ. विनय देवलाल ने उद्यमिता विकास में उपयोगी केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियों की स्कीम तथा भूमिका की जानकारी दी। डॉ. देवलाल केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियों के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए जिला स्तर पर डीआईसी की विभिन्न स्तरों भूमिका को समझाया। कहा कि यह न केवल राशि ही उपलब्ध करवाती है बल्कि भूमि प्रबंधन, ऋण व लोन देना उद्यमियों को परामर्श आदि विभिन्न सेवाएं प्रदान करना एवं प्रतिभागियों की रोजगार क्षमता बढ़ाना हैं। कार्यक्रम के तृतीय सत्र में डॉ. उषा सिंह ने उधम की स्थापना हेतु आवश्यकताओं को विस्तार पूर्वक समझाया। चतुर्थ सत्र में नोडल अधिकारी डॉ. विनय देवलाल ने प्रतिभागियों से व्यवसायिक अवसरों की पहचान, भौगोलिक सामाजिक व बाजार की आवश्यकता के आधार पर करने संबंधित जानकारियां दीं। समस्त कार्यक्रम का संचालन मनीषा सरवलिया द्वारा किया गया।