नई दिल्ली, एजेंसी : तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार सुबह हेलीकाप्टर हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही बचे हैं। उनका सैन्य अस्पताल, वेलिंगटन में इलाज चल रहा है। बाकी अन्य 13 लोगों की मौत हो गई। देश के लोग उनके सकुशल होने की कामना कर रहे हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के बारे में जानकारी देते हुए भारतीय वायुसेना ने बताया कि सैन्य हेलीकाप्टर दुर्घटना में घायल हुए भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इस साल के स्वतंत्रता दिवस पर 2020 में एक हवाई आपातकाल के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।
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स्थानीय लोगों ने किया घायलों को बचाने का प्रयास
हेलीकाप्टर हादसे के बाद स्थानीय लोग सबसे पहले दुर्घटनास्थल पर सवार लोगों को बचाने के प्रयास में पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि विमान पेड़ से टकराया था। आग लगने से पहले तीन लोग हेलीकॉप्टर से कूदे थे। हादसे के एक चश्मदीद कृष्णास्वामी ने बताया किमैंने पहली बार एक तेज आवाज सुनी। जब मैं यह देखने के लिए बाहर आया कि क्या हुआ था, तो मैंने देखा कि हेलीकाप्टर एक पेड़ से टकरा गया था। एक बहुत बड़ा आग का गोला था और फिर यह दूसरे पेड़ से टकरा गया। मैंने दो-तीन लोगों को हेलिकाप्टर से कूदते हुए देखा। वे पूरी तरह जल गए थे और हेलीकाप्टर से गिरने लगे। उन्होंने आगे कहा किमैंने इलाके के और लोगों को बुलाया और हमने हेलीकाप्टर हादसे में घायल लोगों की मदद करने की कोशिश की। हमने कंबलों और पानी से विमान में आग बुझाने की कोशिश की। हम घायलों को स्ट्रैचर से सड़क तक ला रहे थे, इसके बाद दमकल विभाग और अन्य आपातकालीन सेवाओं को सूचित किया गया।