कर्नाटक: विधानसभा के मौजूदा सत्र से 10 बीजेपी विधायक निलंबित, बसनगौड़ा पाटिल हुए बेहोश; पुलिस हिरासत में बोम्मई
नई दिल्ली, एजेंसी। तीन जुलाई से शुरू हुआ कर्नाटक विधानसभा का सत्र 21 जुलाई को समाप्त होने वाला है। हालांकि, इन अंतिम दिनों में सदन में भारी हंगामा देखने को मिल रहा है। बुधवार को विधानसभा के बाहर हंगामे के बाद भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल बेहोश हो गए। जानकारी के मुताबिक, पाटिल को अस्पताल ले जाया गया है। वहीं सत्र के दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष और आसन पर कागज फेंकने के आरोप में भाजपा के 10 विधायकों को मौजूदा सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है।
राज्य विधानसभा के अध्यक्ष यूटी खादर ने बुधवार को सदन में विधायकों पर अशोभनीय और अपमानजनक व्यवहार करने का आरोप लगाया है। कार्रवाई का सामने करने वाले विधायकों में चार (डॉ. सीएन अश्वथ नारायण, वी सुनील कुमार, आर अशोक, अरागा ज्ञानेंद्र) ऐसे हैं जो पिछली सरकारों में मंत्री रहे चुके हैं। बाकी छह अन्य में डी वेदव्यास कामथ, यशपाल सुवर्ण, धीरज मुनिराज, ए उमानाथ कोटियन, अरविंद बेलाड और वाई भरत शेट्टी शामिल हैं।
आरोप है कि भाजपा के कुछ सदस्यों ने विधेयकों और एजेंडे की प्रतियां फाड़ दीं और उन्हें सभापति की ओर फेंक दिया। जानकारी के मुताबिक, विपक्षी नेता दोपहर के भोजन के अवकाश के बिना सदन की कार्यवाही संचालित करने के अध्यक्ष के फैसले से नाराज थे।
कानून और संसदीय कार्य मंत्री एच के पाटिल ने कहा, ‘कर्नाटक विधानसभा प्रक्रिया नियमों की धारा 348 के तहत, इन सदस्यों को उनके अशोभनीय और अपमानजनक आचरण के लिए शेष सत्र तक कर्नाटक विधानसभा से निलंबित कर दिया जाना चाहिए और सदन में प्रवेश करने से रोका जाना चाहिए।’
इसके बाद अध्यक्ष ने कहा, ‘बेहद पीड़ा के साथ मैं इस प्रस्ताव को मतदान के लिए रख रहा हूं।’ ध्वनि मत के आधार पर 10 सदस्यों को विधानसभा से निलंबित कर दिया गया। वहीं निलंबन को लेकर विधानसभा के बाहर भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्नाटक पुलिस ने पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई समेत अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद विपक्षी भाजपा और जेडीएस विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष खादर के खिलाफ विधानसभा सचिव को अविश्वास नोटिस दिया है। इस पर पूर्व मुख्यमंत्रियों बसवराज बोम्मई और एचडी कुमारस्वामी सहित भाजपा और जेडीएस विधायकों ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किए हैं।