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राज्य में 1189 सड़कें ठप, 3200 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित

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शिमला, एजेंसी। सरकार आपदा प्रभावितों के पुनर्वास के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। यह बात राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कुल्लू में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में राहत और बचाव कार्य प्रगति पर हैं। सभी संबंधित अधिकारी और कर्मचारी लगातार लोगों को राहत पहुंचाने में जुटे हैं। उन्होंने भुंतर सब्जी मंडी में आढ़तियों, व्यापारियों और लोगों से मुलाकात कर नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि सरकार विपदा की घड़ी में लोगों के साथ है। इसके साथ ही नेगी ने मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी के साथ औट-सैंज सड़क की बहाली का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश भी जारी किए। लोक निर्माण विभाग सड़कों की बहाली के कार्य में तेजी लाएं, जिससे लोगों की आवाजाही सुनिश्चित हो सके। अवस्थी ने कहा कि सरकार नुकसान का उचित आकलन कर बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के हर संभव पुनर्वास के लिए तत्पर है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंडी पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों का दुख-दर्द जाना। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को हर मदद का भरोसा दिया। इस दौरान मंडी सदर विधायक अनिल शर्मा व प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। वहीं, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मंडी में पंचवक्त्र मंदिर का जायजा लिया।
सिस्सू हेलीपैड में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने चंद्रताल के मुश्किल भरे हालातों से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि सरकार, प्रशासन के अधिकारी व बचाव टीम चंद्रताल में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटे हुए हैं। जल्द ही सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया जाएगा। उन्होंने आपदा की इस घड़ी में लोगों से सरकार का सहयोग करने का आह्वान किया।
हिमाचल में प्रदेश फिर भारी बारिश का अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से प्रदेश के कई भागों में 15 व 16 जुलाई को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। राज्य के कई भागों में 18 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। वहीं, राजधानी शिमला में आज हल्की धूप खिलने के साथ बादल छाए हुए हैं। धौलाकुआं में 144.5,
रेणुकाजी 87.0, रिकांगपिओ 42 और कोटखाई में 30.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
चंद्रताल में फंसे 300 लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए अभियान तेज कर दिया गया है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बुधवार को बर्फ से लकदक चंद्रताल झील का हवाई सर्वेक्षण किया। चंद्रताल में 300 लोग फंसे हुए हैं। आज शाम तक बचाव दल ने चंद्रताल पहुंचने का लक्ष्य रखा है ताकि लोगों को जल्द सुरक्षित निकाला जा सके। बचाव अभियान में बर्फ व माइनस तापमान बाधा बन रहा है।
कालका-शिमला नेशनल हाईवे छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है। धीरे-धीरे यहां से वाहन निकाले जा रहे हैं। उधर, मंडी जिले में औट व नगवाईं के बीच फोरलेन अभी बंद है। मंडी पुलिस के अनुसार फोरलेन को खुलने में काफी समय लग सकता है। ऐसे में चैलचौक-पंडोह से औट होते हुए कुल्लू जाने की कोशिश ना करें। क्योंकि औट से आगे कुल्लू की तरफ नहीं जा पाएंगे। पुलिस के अनुसार कुछ सोशल मीडिया ग्रुपों में यह बताया जा रहा है कि यह रास्ता खुल गया है, लेकिन यह सही नहीं है। इस गलत सूचना के कारण कुल्लू जाने वाले लोग चैलचौक-पंडोह होते हुए औट की तरफ जा रहे हैं व आगे जाकर परेशान हो रहे हैं।
भारी बारिश से किन्नौर जिले के सांगला बाजार में बुधवार दोपहर बड़ी मात्रा में मलबा आ गया। इससे व्यापक नुकसान की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि भारी बारिश से अचानक बाढ़ जैसे हालात हो गए और ऊपर की तरफ से बड़ी मात्रा मलबा सांगला बाजार में पहुंच गया। कई गाड़ियां भी मलबे में दब गईं। क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति व संचार सेवाएं ठप होने से लोग एक-दूसरे से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं।

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