20 दिन पहले गांव लौटे प्रवासी ने की आत्महत्या
बागेश्वर। काफलीगैर तहसील क्षेत्र के तहत रैखोली गांव में 20 दिन पहले गांव आए एक प्रवासी ने अपने घर के अंदर
पंखे के लिए बनाई गई कुंडी में फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। घटना के वक्त कमरे में कोई नहीं था। पत्नी मायके
गई थी और मां दूसरे कमरे में थी। अन्य सदस्य जब उसे खाना खाने के लिए बुलाने कमरे में पहुंचे तो वह फंदे पर
लटका था। परिजनों ने इसकी जानकारी ग्राम प्रधान को दी। प्रधान की सूचना पर राजस्व उप निरीक्षक गांव में आया
और शव कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। सूचना के बाद पत्नी भी मायके से पहुंच
गई।
राजस्व उप पुलिस निरीक्षक प्रवीण टाकुली ने बताया रैखोली गांव निवासी 40 वर्षीय भगवान सिंह रावत पुत्र धर्म सिंह
रावत ने शनिवार अपराह्न घर में रस्सी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। वह 20 दिन पहले ही पुणे से घर आया था।
घर आकर वह गांव में 14 दिन क्वारंटाइन भी रहा। जिस वक्त घटना घटी उस वक्त कमरे में कोई नहीं था। उसकी पत्नी
मायके गई थी। वह आंगनबाड़ी कार्यकत्री है। दिनभर वह घर में अकेले ही था। परिवार के अन्य सदस्य जब उसे दिन के
भोजन के लिए बुलाने गए तभी घटना का पता चला। ग्राम प्रधान की सूचना के बाद राजस्व पुलिस गांव में पहुंची।
युवक पुणे में होटल में नौकरी करता था। घर में पत्नी और मां रहती थीं। रविवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम
कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया है। उसकी दस साल पहले शादी हुई थी। अभी तक उसका कोई बच्चा भी नहीं है।