21 सूत्रीय मांगों को लेकर किया दो घंटे कार्यबहिष्कार
नई टिहरी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड फैडरेशन आफ मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन के कर्मचारियों ने 21 सूत्रीय मांगों को लेकर सुबह दस से बारह बजे तक दो घंटे का कार्यबहिष्कार किया। इस दौरान सरकार से मांगों पर त्वरित कार्रवाई की मांग की। मिनिस्टीरियल एसोसियेशन के जिलाध्यक्ष राकेश भट्ट व सचिव राजीव नेगी ने कहा कि 21 सूत्रीय मांगों में एसीपी की व्यवस्था पूर्व की भांति लागू की जाय। एसीपी व एमएसीपी की व्यवस्था बंद करने तथा वसूली आदेश को निरस्त किया जाय। पुरानी पेंशन योजना लागू की जाय। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के पद पर पदोन्नति के लिए 25 के स्थान पर 21 वर्ष की सेवा की जाए। कनिष्क सहायक पद के लिए शैक्षिक योग्यता इंटर के स्थान पर स्नातक की जाय। मिनिस्टीरियल के पदोन्नति को 5 स्तर को काम कर 4 किया जाय। इस मौके पर कर्मचारियों ने सरकार के नो वर्क, नो पे का विरोध करते हुये कहा कि सरकार चाहे जो भी हथकंडे अपनाये, लेकिन कार्मिक अपनी मांगों को लेकर पीछे नहीं हटेंगे। कहा कि एक ओर सरकार नो वर्क, नो पे लागू कर रही है, दूसरी तरफ गत 10 माह पूर्व कार्मिकों के साथ की गई वार्ता को लेकर कोई आदेश जारी नहीं करती है। कर्मचारियों ने कहा कि यदि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जाता है, तो आंदोलन को उग्र बनाया जायेगा। कार्य बहिष्कार में एसोसियेशन के जिलाध्यक्ष राकेश भट्ट, जिला सचिव राजीव नेगी, किशन चौहान, राजेश चौहान, सतवीर पुंडीर, देवचंद्र नौटियाल, मोहित कुमार, अनिल नेगी, योगेश बहुगुणा, शूरवीर लाल, मनोहर पडियार, राजेश राणा, अनिल चौहान, अनुज गुसांई, निखिल रावत, तोता सिंह, खेमराज शाह, राकेश मोहन, धीरेंद्र पुंडीर, गिरीश उनियाल आदि शामिल रहे।