उत्तराखण्ड में सेना के खाली बैरकों में बनाएं कोविड हॉस्पिटल: नेगी
स्पेशलिस्ट डॉक्टरों का पैनल गठित करने, रेमडेसिविर इंजेक्शन व जीवन रक्षक दवाईयां भेजने की मांग की
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने प्रदेश सरकार से कोरोना संक्रमण काल में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों का पैनल गठित करते हुए लोगों की जिंदगियों को बचाने के लिए जिला और बेस हॉस्पिटलों में रेमडेसिविर इंजेक्शन व जीवन रक्षक दवाइयां भेजे जाने की मांग की है। उन्होंने प्रदेश सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन लगाये जाने वाले सेंटरों को व्यवस्थित एवं सुरक्षित किया जाना जरूरी है, जितनी वैक्सीन एक दिन में लगाई जानी है, उतने ही लोगों को वैक्सीनेशन सेंटरों पर बुलाया जाय। मोबाइल बैन से भी घर-घर वैक्सीनेशन अभियान चलाया जाये, ताकि संक्रमण के खतरे को रोका जा सके। पूर्व मंत्री ने कहा कि कोरोना पीड़ित मरीजों के दबाव से चिकित्सालय में जगह की कमी को दूर करने के लिए कोटद्वार स्थित कौड़िया कैंप में सेना के द्वारा अस्थाई चिकित्सालय का निर्माण करवाया जाय। इसी प्रकार की व्यवस्था सेना के उन स्थानों पर भी करायी जाय जहां पर उत्तराखंड में सेना के पास खाली पड़े बैरक व खाली स्थान है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है, ऐसी विकट स्थिति से बचने के लिए प्रदेश सरकार को स्पेशलिस्ट डॉक्टरों का पैनल गठित करते हुए युद्घस्तर पर कार्य करना चाहिए। कहा कि वर्तमान में हास्पिटलों में बेडों, ऑक्सीजन सहित स्टाफ की भारी कमी होने की शिकायतें आ रही है, जिससे कोरोना संक्रमित मरीजों को समय पर उपचार न मिलने के कारण मृत्युदर अधिक बढ़ रही है। जो कि प्रदेशवासियों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से मरीजों का ऑक्सीजन लेबल कम हो रहा है, जिससे उनकी अचानक मौत हो रही है, जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ऐसी विकट स्थिति से निपटने के लिए हास्पिटलों में ऑक्सीजन की प्रर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर तथा ऑक्सीजन बेड उपलब्ध करवाये जाय। उन्होंने कहा कि विधानसभा कोटद्वार में बेस हास्पिटल के लिए स्वीकृत ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट का शीघ्र निर्माण करते हुए मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति कराई जाय। उन्होंने प्रदेश सरकार से समूचे उत्तराखंड में प्राथमिकता के आधार पर डाक्टरों सहित मेडिकल स्टाफ की भर्ती करने, बेडों की संख्या बढ़ाने, ऑक्सीजन सिलेडरों की संख्या बढ़ाने, ऑक्सीजन कंसलेट्रेटर, रेमडेसिविर इंजेक्शन सहित दवाइयों की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में बढ़ाने की मांग की।