नैनीताल डिवीजन में जंगलों को आग से बचाने के लिए बनाए 70 क्रू स्टेशन

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रुद्रपुर(। जंगलों की आग को फायर लाइन कटिंग बचाएगी। इसके लिए वन विभाग ने अभियान शुरू कर दिया है। जंगलों को अलग-अलग ब्लकों में बांटा गया है। अब तक विभाग 80 फीसदी जंगल की फायर लाइन कटिंग कर चुका है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस प्रक्रिया से गर्मी के सीजन में वानग्नि की घटनाओं को रोका जा सकेगा। हर साल नैनीताल क्षेत्र के जंगलों में गर्मियों के सीजन में जंगल आग की भेंट चढ़ जाते हैं। इससे न केवल वन संपदा को नुकसान पहुंचता है, बल्कि बड़ी संख्या में वन्य जीव जान गंवा देते हैं। ऐसे में जंगलों को आग से बचाने के लिए वन विभाग पूर्व में तैयारी करता है। नवंबर से जनवरी अंत तक वन विभाग की ओर से संवेदनशील जंगलों में कंट्रोल बर्निंग कर फायर लाइन काटने का कार्य होता है, जिसके तहत वन विभाग पगडंडियों, सड़कों के किनारे 15 मीटर के दायरे में झाड़ियों व सूखी पत्तियों को जलाने समेत चिन्हित संवेदनशील जंगल में फायर लाइन काटी जाती है। ताकि, आग नहीं लग पाए और आसानी से आग पर काबू पाया जा सके। इन दिनों जंगलों को आग से बचाने के लिये विभाग फायर लाइन काटने का कार्य कर रहा है। अब तक लगभग 80 फीसदी फायर लाइन काटी जा चुकी है। नैनीताल डिवीजन में विभाग की ओर से 70 क्रू स्टेशन बनाये गये हैं। जिसमे मडल क्रू स्टेशन भवाली लल्ली कबर में बनाया है। क्रू स्टेशनों की मदद से आग प्रभावित संवेदशनीय क्षेत्रों की निगरानी की जा रही है। ताकि, गर्मियों के सीजन में वनाग्नि की घटनाओं को रोकने और आग लगने की घटना पर उसे समय से नियंत्रण किया जा सके। डीएफओ चन्द्र शेखर जोशी ने बताया कि गर्मियों के सीजन में वनाग्नि की घटनाओं से निपटने के लिये विभाग पूरी तरह तैयार है। पिछले साल नवंबर से अब तक जंगलों में कंट्रोल बर्निंग कर दी गई है।

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