सड़क खोलने की मांग को लेकर आपदा प्रभावितों ने किया प्रदर्शन
पिथौरागढ़। आपदा प्रभावित गांव गैला के ग्रामीणों ने सड़क खोलने की मांग पर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा मदकोट-तोमिक सड़क लंबे समय से बंद है, जिससे चार से अधिक गांवों की 4 हजार की आबादी को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां के बीमारों को बदहाल रास्तों व सड़कों से डोली के सहारे अस्पताल पहुंचाना पड़ रहा है। साथ ही गांवों में राशन व अन्य जरूरी सामान की किल्लत हो रही है। मंगलवार को गैला के ग्रामीणों ने सड़क खोलने की मांग पर प्रधान रजनी देवी के नेतृत्व में सरकार व प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा आपदाकाल शुरू होने से पूर्व आपदा प्रभावितों को राहत देने के दावे किए गए थे। लेकिन आपदाकाल शुरू होते ही सभी दावे हवाई साबित हुए हैं। मदकोट-तोमिक सड़क लंबे समय से बंद है, जिससे गैला, पत्थरकोट, तोमिक, राप्ती सहित कई गांव अलग-थलग पड़े हैं। यहां के बीमारों को बदहाल रास्तों के बीच डोली के सहारे अस्पताल पहुंचाना पड़ रहा है। यहां तक कि वाहनों की आवाजाही थमने से इन गांवों में राशन, रसोई गैस, फल, सब्जियां तक नहीं पहुंच पा रही है। लेकिन प्रशासन को यहां की 4 हजार से अधिक की आबादी की परेशानी नहीं दिख रही। किठियारैली में पुल के गढ्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है, जिससे वाहन गांव तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इस दौरान ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाए। चेतावनी देते हुए कहा जल्द सड़क को खोलकर इसकी हालत नहीं सुधारी गई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।