राजराजेश्वराश्रम से आशीर्वाद लेने पहुंचे भागवत
हरिद्वार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत रविवार को जगद् गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज से आशीर्वाद लेने पहुंचे। भागवत ने माता राजराजेश्वरी के सामने मत्था टेका। इसके बाद महाभारत कालीन शिव मंदिर और ब्रह्मलीन संत स्वामी प्रकाशानंद महारज की समाधि स्थल पर मत्था टेका। जगद् गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज से भागवत ने गोपनीय वार्ता की। उन्होंने संतों और स्वयंसेवियों के अलावा अन्य शीर्षजनों से 22 जनवरी को अयोध्या में मिलने का वादा किया। जगद् गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने कहा कि राम राज्य की परिकल्पना के साथ जिस मंदिर के निर्माण की मुहिम शुरू हुई थी, वह आज साकार होने वाली है। इसमें प्रत्येक उस संत का त्याग और बलिदान सार्थक हो रहा है, जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन की नींव रखी। तमाम कारसेवकों का बलिदान सफल हुआ। जिन्होंने सैकड़ों वर्ष पूर्व अपने आराध्य को स्थापित करने का संकल्प लिया था। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक दिनेश, शिव कुमार त्यागी, विजय अग्रवाल, अभिषेक कौशिक, सुनील अग्रवाल, रोहित सहगल, श्रीगंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम, जगदीश गुप्ता, नारायण स्वामी, उमेश त्रिवेदी, अभिषेक त्यागी समेत अन्य मौजूद रहे।