मानव व वन्यजीव संघर्ष रोकने पर दें ध्यान: ऋतु
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने ली अधिकारियों की बैठक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने वन विभाग के अधिकारियों को मानव व वन्य जीव संघर्ष रोकने के लिए गँभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। कहा कि जंगली जानवर आबादी में प्रवेश न करें इसके लिए योजना बनाई जानी चाहिए। इस दौरान उन्होंने दुगड्डा गोदी गांव में मंगलवार सुबह गुलदार के हमले से महिला की मौत की घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को पीड़ित परिवार को जल्द मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार सुबह को लैंसडौन डिवीजन की दुगड्डा रेंज के अंर्तगत गोदी गांव की रीना देवी पत्नी मनोज चौधरी सुबह बच्चे को स्कूल छोड़कर वापस लौट रही थी। इस दौरान रास्ते में घात लगाए बैठे गुलदार ने महिला पर हमला कर दिया। महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। विधानसभा अध्यक्ष ने घटना का संज्ञान लेते हुए देहरादून स्थित अपने शासकीय आवास पर वन विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को प्रभावित परिजनों को तुरंत मुआवजा देने की बात कही। साथ ही उन्होंने क्षेत्र में पिंजरा लगा कर गुलदार को पकड़ने के भी निर्देश दिए। उन्होंने मानव व वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए ठोस योजना बनाने की भी बात कही। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने वन क्षेत्र से सटे आवासीय कॉलोनियों में गश्त बढ़ाने की बात। साथ ही इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों इसके लिए विभाग को सतर्क रहने के निर्देश दिए। विधानसभा अध्यक्ष ने कण्वाश्रम में वन्यजीवों की देखरेख और उपचार के लिए बनाए जा रहे बचाव एवं पुनर्वास केंद्र (रेस्क्यू एंड रिहैबिलेशन सेंटर) को शीघ्रता से पूर्ण किए जाने के लिए कहा। साथ ही महर्षि कण्व की तपस्थली और देश को नाम देने वाले चक्रवर्ती सम्राट भरत की जन्मस्थली कण्वाश्रम को राष्ट्रीय धरोहर के रूप में विकसित किए जाने एवं संवारने के लिए वन विभाग को सहयोग करने के लिए कहा।