साहित्यांचल ने किया नरेंद्र उनियाल के बलिदान को याद
साहित्यांचल ने किया नरेंद्र उनियाल के बलिदान को याद
साहित्यिक संस्था साहित्यांचल कण्वनगर की ओर से आयोजित किया गया कार्यक्रम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार:दैनिक जयन्त समाचार पत्र के संस्थापक स्व. नरेंद्र उनियाल की पुण्यतिथि पर साहित्यांचल की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सदस्यों ने नरेंद्र उनियाल के योगदान को याद करते हुए उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में संस्था के संस्थापक सदस्य एवं संरक्षक रहे स्व. रमेश कुमार मिश्र ‘सिद्धेश’, हिन्दी के प्रथम डी. लिट्. डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल को उनकी निर्गुण साहित्य साधना तथा टिहरी सामन्तशाही के विरुद्ध आमरण अनशन करने वाले अमर शहीद स्व. श्रीदेव सुमन को उनके अप्रतिम बलिदान के लिए याद किया गया।
शनिवार को जयन्त के सम्पादक नागेन्द्र उनियाल व संस्थाध्यक्ष जनार्दन बुड़ाकोटी की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। देहरादून से पधारे मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी बक्शी तथा विशिष्ट अतिथि द्वय श्रद्धा बक्शी एवं कीरतपुर से पधारी दामिनी ठुकराल ने अपने उद्बोधन में इन विभूतियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए। प्रमुख वक्ताओं में प्रोफेसर नन्दकिशोर ढौण्डियाल ‘अरुण’, डॉ. गणेश मणी त्रिपाठी, चन्द्र प्रकाश नैथानी, शिवप्रकाश कुकरेती, डॉ. चन्द्रमोहन बड़थ्वाल, ख्यात सिंह चौहान, चक्रधर शर्मा ,’कमलेश’ आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। थे। कार्यक्रम में सुरेन्द्र लाल आर्य, विजय कुमार लखेड़ा, अनुसूया प्रसाद डंगवाल, ललन कुमार बुड़ाकोटी, बलवीर सिंह रावत, एस एन नौटियाल, राकेश अग्रवाल, हरि सिंह भण्डारी, डॉ. विनोद सामन्त, प्रवेश नवानी, जनार्दन प्रसाद ध्यानी, महिताब सिंह रावत, संजय थपलियाल, सुभाष नौटियाल, राजीव गौड़, सुधा रावत आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सचिव दिनेश ध्यानी ने किया।