देहरादून। गढ़वाली गीत ठुमका के वीडियो को लेकर यूकेडी कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। कई दिनों से गाने के खिलाफ केस दर्ज कराए जाने की मांग कर रहे यूकेडी के कुछ युवा विंग के कार्यकर्ता मंगलवार को पुलिस मुख्यालय के बाहर धरने में बैठ गए। यहां से पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार कर बाद में निजी मुचलके पर छोड़ दिया। यूकेडी के केंद्रीय महामंत्री सुनील ध्यानी का कहना है कि पिछले दिनों यू ट्यूब पर ठुमका नाम से गढ़वाली गाना डाला गया है। कहा कि इसमें पहाड़ की संस्ति को धूमिल किया गया। आपत्ति है कि महिला कलाकार को चारपाई में ले जाए जाने के साथ ही उस पर शराब गिराई जा रही है। इसके विरोध में पार्टी पूर्व में जिला पुलिस को तहरीर दे चुकी है। मांग है कि आपत्तिजनक वीडियो डालने वालों पर केस दर्ज किया जाए। कार्रवाई न होने पर युवा विंग के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में पार्टी के कई लोग मंगलवार को पुलिस मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। इंस्पेक्टर डालनवाला नंद किशोर भट्ट ने बताया कि मौके पर लोगों को समझाया गया। नहीं माने तो राजेंद्र बिष्ट, बृज मोहन सजवाण, अंकेश भंडारी, श्याम रमोला, गणेश काला, रविंद्र ममगाईं, प्रीति थपलियाल, लुसुन टोडरिया, अजीत पंवार समेत नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें बाद में मुचलके पर छोड़ दिया। इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता बीडी रतूड़ी, डा। शक्ति शैल कपरुवाण, सुनील ध्यानी, दीपक गैरोला, विजेंद्र रावत शिव प्रसाद सेमवाल ने पुलिस अफसरों से मुलाकात की। उन्होंने अपना रोष जातो हुए एलबम को प्रतिबंध किए जाने की मांग की। चेतावनी की कार्रवाई न होने पर पार्टी और उग्र आंदोलन करेगी।