सुशील मोदी का दावा- नीतीश बनना चाहते थे उप-राष्ट्रपति, लेकिन भाजपा ने कर दिया था इनकार
पटना , एजेंसी। बिहार में नीतीश कुमार के पाला बदलने के साथ ही राज्य में आरोप-प्रत्यारोप का नया दौर शुरू हो गया है। कभी एक-दूसरे के करीबी रहे बड़े नेता अब नए-नए खुलासे और दावे कर रहे हैं। इसी क्रम में बिहार के पूर्व डिप्टी-सीएम सुशील मोदी ने आज दावा किया कि नीतीश कुमार उप-राष्ट्रपति बनना चाहते थे, लेकिन भाजपा के इनकार करने पर वह नाराज हो गए। वहीं, नीतीश के करीबी ललन सिंह ने पलटवार करने में देर नहीं लगाई।
भाजपा के वरिष्ठ नेता व सांसद सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उप-राष्ट्रपति बनना चाहते थे लेकिन पार्टी द्वारा उनकी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने में विफल रहने के बाद उन्होंने भाजपा का साथ छोड़ दिया। पूर्व डिप्टी सीएम के आरोप को जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने खारिज कर दिया। साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार के साथ घनिष्ठ संबंधों के लिए सजा के रूप में अपनी ही पार्टी द्वारा अकेले छोड़े गए नेता के रूप में सुशील मोदी का मजाक उड़ाया।
इसी के साथ ललन सिंह ने भाजपा पर एक और आरोप लगाया। नीतीश कुमार 2020 में मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे लेकिन आपने (भाजपा) उन्हें जबरदस्ती सीएम बनाया। आरसीपी सिंह भाजपा के एजेंट बनकर जद (यू) में आए। आपने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया। हम आयकर, सीबीआई और ईडी से नहीं डरते।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन इतना मजबूत है कि विधानसभा में विपक्ष में सिर्फ भाजपा बचेगी। सीएम नीतीश कुमार द्वारा लिया गया मुश्किल फैसला एक ऐसा फैसला है जिसकी जरूरत थी। सांप्रदायिक तनाव भाजपा द्वारा फैलाया जा रहा था, वे क्षेत्रीय दलों को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।
तेजस्वी ने कहा, बिहार ने वही किया जो देश को करने की जरूरत है। हमने उन्हें रास्ता दिखाया है। हमारी लड़ाई बेरोजगारी के खिलाफ रही है। हमारे सीएम ने गरीबों और युवाओं का दर्द महसूस किया। हम गरीबों और युवाओं को एक महीने के भीतर बंपर नौकरी देंगे, यह इतना भव्य होगा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।