देवरियाताल में पर्यटकों के लिए नहीं है सुरक्षा के इंतजाम
रुद्रप्रयाग। प्रसिद्घ पर्यटक स्थल देवरियाताल में पर्यटकों के लिए सुरक्षा के इंतजाम नहीं है। प्रातिक ताल से सटे मार्ग के चारों ओर रास्ते पर रेलिंग नहीं है जबकि यहां पैर फिलसने का खतरा बना है। हालांकि शीतकाल में ताल के चारों ओर पहुंचना कठिन है किंतु ग्रीष्मकाल में पर्यटक ताल के चारों ओर आवाजाही करते रहते हैं। सारी से करीब 3 किमी की दूरी पर स्थित देवरियाताल में वर्षों से पर्यटकों की आवाजाही का प्रमुख केंद्र है। इस सुंदर और अदभुत स्थान पर वर्षभर पर्यटकों की आवाजाही होती है। जबकि सालभर में एक बार यहां श्रीष्ण जन्माष्टमी पर देवरियाताल महोत्सव का आयोजन किया जाता है। करीब 300 मीटर गोलाई में फैला यह ताल स्थानीय लोगों की आस्था के साथ-साथ देश विदेश के पर्यटकों को अलग की सुकून दिलाता है किंतु सेंचुरी क्षेत्र होने के कारण ताल की सुरक्षा पुख्ता नहीं हो पाई है। यहां किसी तरह की टेड़छाड़ न हो और प्रातिक सुंदरता बनी रहे इसलिए भी निर्माण करना संभव नहीं हुआ किंतु अब ताल के चारों ओर सुरक्षा की मांग भी होने लगी है। देवरियाताल विकास मेला समिति के अध्यक्ष चंडी प्रसाद भट्ट ने बताया कि वह सरकार से मांग कर रहे हैं कि ताल के चारों ओर रेलिंग निर्माण किया जाए ताकि यहां आने वाले पर्यटकों के साथ ही स्थानीय लोगों की सुरक्षा हो। वर्षभर आवाजाही होने के कारण यहां सुरक्षा होनी जरूरी है। शीतकाल में ताल के चारों ओर बर्फ होने से यह पता नहीं चल पाता है कि आखिर ताल की शुरुआत कहां से हो रही है इसलिए दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। हालांकि वर्षभर यहां वन विभाग लगातार निगरानी करता रहता है। वन विभाग की चौकी भी मौजूद है। पर्यटकों की आवाजाही पर वन विभाग की नजर बनी रहती है।