स्कूल की राह में गुलदार की धमक, दहशत में ग्रामीण
द्वारीखाल ब्लॉक के अंतर्गत सिलोगी क्षेत्र में बढ़ रही गुलदार की धमक
शिकायत के बाद भी समस्या को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे अधिकारी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: द्वारीखाल ब्लॉक के अंतर्गत सिलोगी क्षेत्र के ग्राम ग्वील, बड़ेथ सहित आसपास के कई गांवों में गुलदार की दहशत बढ़ने लगी है। क्षेत्र में एक-दो नहीं, पांच-छह गुलदार एक साथ नजर आ रहे हैं। जसपुर स्थित राजकीय हाईस्कूल में अध्ययन करने वाले बच्चों को स्कूल के रास्ते में गुलदार नजर आना आम बात है। ग्रामीणों की ओर से प्रशासन के साथ ही वन विभाग को भी इस बाबत सूचित किया गया। लेकिन, सिस्टम की कार्यप्रणाली देख यूं लगता है मानो सिस्टम को किसी हादसे का इंतजार हो।
ग्राम जसपुर के हाईस्कूल में ग्वील, बड़ेथ सहित आसपास के गांवों के चालीस विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं। करीब सात किलोमीटर की दूरी तय बच्चे प्रतिदिन स्कूल पहुंचते हैं। गांव से स्कूल के मध्य के इस सफर के दौरान बच्चों को घने जंगल से होकर गुजरना पड़ता है। शायद ही कोई ऐसा दिन हो जब इन बच्चों को रास्ते में गुलदार नजर न आता हो। ऐसे में यह गुलदार कब बच्चों को अपना निवाला बना दे, कुछ कहा नहीं जा सकता। ऐसे में अब ग्रामीण अपने पाल्यों को स्कूल लाने-छोड़ने का कार्य कर रहे हैं। ग्रामीण संजय बड़थ्वाल, नरेंद्र बड़थ्वाल, लक्ष्मी देवी ने बताया कि ग्वील, बड़ेथ गांव के आसपास करीब चार से पांच गुलदार हैं। कई बार यह गुलदार ग्रामीणों को एक साथ भी दिखाई दे चुके हैं। ग्रामीण लंबे समय से गुलदार के साए में जी रहे हैं। समस्या की शिकायत कई बार वन विभाग से भी कर चुके हैं। लेकिन, अब तक कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर झांकने तक नहीं पहुंचा। ग्रामीणों ने प्रशासन से क्षेत्र में पिंजरे लगवाने की मांग की है।
चारापत्ती भी लाना भी हुआ मुश्किल >
गांव में लगातार बढ़ रही गुलदार की दहशत से महिलाओं का अकेले जंगल जाना भी दूभर हो गया है। ऐसे में मवेशियों के लिए चारापत्ती की व्यवस्था करने में बड़ी समस्या हो रही है। ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि सुबह घर का कामकाज पूरा करने के बाद महिलाएं एक साथ चारापत्ती के लिए जंगल जा रही हैं। गुलदार के डर से ग्रामीण शाम ढलते ही घरों में कैद हो जा रहे हैं।