पंच तत्वों में विलीन हुए कोमल खुगशाल, पिता ने दी मुखाग्नि
सेना में ड्यूटी के दौरान तबीयत खराब होने से ही थी मौत
कल्जीखाल के दंगल घाट में किया गया अंतिम संस्कार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार/सतपुली: विकास खंड कल्जीखाल के ग्राम कुंडीगांव निवासी कोमल खुगशाल का मंगलवार को दंगलेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। कोमल भारतीय सेना में भटिंडा में ड्यूटी पर तैनात थे। जहां कुछ दिन पूर्व अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी। सैनिक को उनके पिता रामप्रसाद खुगशाल ने मुखाग्नि दी।
सोमवार देर शाम सैनिक कोमल का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव कुड़ी गांव पहुंचा। पार्थिव शरीर घर में पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। माता कल्पेश्वरी देवी, पिता रामप्रकाश व 23 वर्षीय पत्नी शिवानी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। वही, डेढ़ वर्षीय पुत्र कनिष्क अपने पिता का साया उठने से अनजान था। कोमल अपने चार भाइयों में सबसे छोटा भाई था। मंगलवार सुबह कोमल का सैन्य सम्मान के साथ दंगलेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। कोमल को अंतिम विदाई देने के लिए आसपास के ग्रामीणों का जनसैलाब उमड़ पड़। कोमल के पिता रामप्रसाद खुगशाल ने अपने बेटे को मुखाग्नि दी। लेफ्टनेंट कर्नल ललेश कुमार सिंह ने बताया कि नायक कोमल भटिंडा में ड्यूटी पर तैनात था। ड्यूटी के दौरान अचानक तबियत खराब होने पर कोमल को 30 अगस्त को जरनल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहाँ हालत में सुधार न आने पर एक सितंबर को कमांड हॉस्पिटल चंडी मंदिर भेजा गया। बताया कि चार सितंबर सुबह लगभग चार बजे कोमल ने अन्तिम सांस ली। सैन्य सम्मान व अंतिम विदाई के दौरान लेफ्टनेंट कर्नल ललेश कुमार सिंह हॉनरी लेफ्टनेंट योगेंद्र सिंह, नायब सूबेदार जयदीप भट्ट, 20 गढ़वाल व जीआरआरसी लैंसडाउन के जवान सहित के सैंकड़ों लोग मौजूद रहे ।