रानीखेत डिपो में एआरएम, फोरमैन के पद खाली, दिक्कतें बढ़ीं
अल्मोड़ा। परिवहन निगम के रानीखेत डिपो की स्थिति दिन-पर दिन दयनीय होती जा रही है। डिपो में करीब एक साल से सहायक महाप्रबंधक का पद खाली है। जबकि सीनियर-जूनियर फोरमैन और जूनियर स्टेशन इंजार्च के पद भी रिक्त हैं। स्टाफ की कमी के बावजूद प्रपत्रों में एआरएम के हस्ताक्षर के लिए कर्मचारियों को अल्मोड़ा के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। वहीं, कार्यशाला में मैकेनिक फोरमैन का काम करने को मजबूर हैं। इससे डिपो के कार्य प्रभावित होने के साथ आय पर भी वितरीत असर पड़ रहा है। रानीखेत रोडवेज डिपो में एक साल से एआरएम का पद खाली है। मुखिया के नहीं होने से डिपो और कार्यशाला संबंधी कार्य काफी प्रभावित हो रहे हैं। अल्मोड़ा के एआरएम के पास रानीखेत डिपो का अतिरिक्त चार्ज है। कार्यालय संबंधी दस्तावेजों में एआरएम के हस्ताक्षर के लिए रानीखेत डिपो के कर्मचारियों को अल्मोड़ा के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। इसके अलावा सीनियर फोरमैन, जूनियर फोरमैन और जूनियर स्टेशन इंजार्च के पद के भी लंबे समय से रिक्त हैं। आलम यह है कि जूनियर मैकेनिक फोरमैन स्तर के कामकाज निपटा रहे हैं। प्रमुख अधिकारियों के पद रिक्त होने से डिपो के संचालन में काफी दिक्कतें आ रही हैं।
विधायक ने परिवहन मंत्री से की कर्मचारी तैनात करने की मांग
रानीखेत रोडवेज डिपो में एआरएम, फोरमैन सहित प्रमुख अधिकारियों के पद रिक्त होने संबंधी व्यापार मंडल अध्यक्ष मनीष चौधरी के पत्र का संज्ञान लेते हुए विधायक ड़ प्रमोद नैनवाल ने परिवहन मंत्री चंदन राम दास से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने एआरएम सहित अधिकारियों के न होने से डिपो के कार्य प्रभावित होने संबंधी जानकारी मंत्री को दी। साथ ही शीघ्र पदों पर नियुक्ति की मांग उठाई। यहां व्यापार मंडल अध्यक्ष मनीष चौधरी, पूर्व दर्जा राज्यमंत्री नरेंद्र रौतेला, छात्रसंघ अध्यक्ष मनीष भैसोड़ा रहे।