एनएचएम कर्मचारियों ने जलाई मुख्यमंत्री घोषणा की प्रतियां
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : एनएचएम कर्मचारियों ने 9 नवंबर 2021 को सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा की गई घोषणा की प्रतियों को जलाते हुए विरोध किया। कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
गुरुवार को विरोध करते हुए संगठन के जिलाध्यक्ष शरद रौतेला ने कहा कि सभी कर्मचारी अपने कर्तव्यों को समझते हैं। किसी भी प्रकार की आकस्मिक सेवाओं को प्रभावित नहीं किया गया। कर्मचारियों ने सरकार तक अपनी आवाज को पहुंचाने के लिए आदेश, समझौतों और घोषणाओं की प्रतियां जलाने का निर्णय लिया है। संगठन के संरक्षक विवेक घिल्डियाल ने कहा कि एनएचएम कर्मचारियों को मिशन प्रबंधन और सरकार बार-बार ठगने का कार्य कर रही है। मिशन प्रबंधन द्वारा सचिव के आदेश पर भी हरियाणा और हिमाचल की तर्ज पर ग्रेड वेतन का प्रस्ताव शासन को प्रस्तुत नहीं किया। कर्मचारियों के हित में मानव संसाधन नीति लागू करने में भी घोर लापरवाही बरती जा रही है। संगठन के सचिव आशीष डोभाल ने कहा कि कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्य करने पर सरकार ने दस हजार एक मुश्त प्रोत्साहन राशि की घोषणा की थी, लेकिन आज तक यह राशि कर्मचारियों को नहीं मिल पाई है। कहा कि विभागीय अधिकारियों, मिशन प्रबंधन ने सीएम की घोषणा को गंभीरता से नहीं लिया है। इस दौरान कर्मचारियों ने 2018 और 2021 में मिशन प्रबंधन के बीच हुए समझौतों जिसमें कर्मचारियों को हरियाणा की तर्ज पर ग्रेड वेतन देने, 60 साल की उम्र तक सेवा, मानदेय में वृद्धि, आउटसोर्स नियुक्तियों को समाप्त करने सहित बीमा और ईपीएफ पर सहमति और आदेश की प्रतियां कर्मचारियों द्वारा जलाई गई हैं। इस मौके पर निखिलेश रावत, प्रदीप रावत, शरद रौतेला, अनिल, दिलशाद, मनीष रावत, नीरज, विधि, मनीष, विवेक घिल्डियाल आदि मौजूद रहे।