कोटद्वार-पौड़ी

बेहतर समाज निर्माण करता है गुरुकुल: प्रियम्बदा

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कोटद्वार में आयोजति आर्य महासम्मेलन में बोली आचार्य प्रियम्बदा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: आर्य प्रतिनिधि सभा की ओर से आयोजित तीन दिवसीय महासम्मेलने के दूसरे दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान आचार्य प्रियम्बदा ने बेहतर समाज निर्माण में गुरुकुल के महत्व के बारे में बताया। कहा कि हमें जन-जन तक गुरुकुल पद्वति को पहुंचाने का कार्य करना चाहिए।
शुक्रवार को आर्य महासम्मेलन में योग साधना, संध्या, यज्ञ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम आचार्य प्रियम्बदा वेद भारती तथा गुरु कुल पौंधा के ब्रह्मचारियों द्वारा सम्पन्न करवाया गया। भजनों की सुन्दर प्रस्तुति अंकित शास्त्री द्वारा दी गई। वर्तमान परिवेश में गुरूकुल शिक्षा पद्धति की आवश्यकता पर बोलते हुते आचार्य प्रियम्बदा ने कहा कि आर्य जगत को गुरूकुलों को लेकर गंभीर होना पड़ेगा। डा. दीनदयाल दयाल विद्यालंकार, हरिद्वार-आर्य सभाओं को संगठित होने का संकल्प लेना होगा। कहा कि विज्ञान के नाम पर अनर्थ न हो,जयन्त आनन्द स्वामी गुरू कुल आर्य समाज की जड़ है। सत्र के दौरान गुरुकुल पौधा एवम् नजीबाबाद के ब्रह्मचारी छात्र-छात्राओं द्वारा देशभक्ति के गीतों की प्रस्तुति दी गई। इस सत्र की अध्यक्षता स्वामी प्रणवानंद द्वारा की गई। संचालन आचार्य धनंजय द्वारा की गई। इस अवसर पर सर्वश्री दीपक, आधार, पियुष रामवीर पुरोहित,दीपक बत्रा,जसपाल,अंकित आर्य,विभु ग्रोवर, हरीश वर्मा, कमल, आशुतोष वर्मा सहित अन्य लोगों को सम्मानित भी किया गया। दूसरे सत्र का विषय उत्तराखण्ड के लिये आर्य समाज का योगदान रहा। मुख्य अतिथि प्रधान सर्वादेशिक आर्य प्रतिनिधि सुरेश चन्द्र आर्य,दिल्ली आर्य प्रतिनिधि विनय आर्य रहे। सत्र की शुरुआत में आर्य कन्या पाठशाला की छात्राओं द्वारा गढ़वाल में 1923 से 1943 तक चले डोला पालिका सामाजिक आन्दोलन पर बहुत सुन्दर नाटिका प्रस्तुत की गई। संचालन आनन्द प्रकाश आर्य द्वारा किया गया। इस मौके पर बाबू राम आर्य, ओमप्रकाश शास्त्री, बलवीर सिंह, पूर्ण सिंह, वासुदेव विमल, देवव्रत, चन्द्रप्रकाश आर्य आदि मौजूद रहे।

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