प्रदेश सरकार के खिलाफ उक्रांद ने दिया धरना
भ्रष्टाचार मुक्त जनोपयोगी खुदान व चुगान नीति बनाने की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: भ्रष्टाचार मुक्त जनोपयोगी खुदान व चुगान नीति बनाने के लिए उत्तराखंड क्रांति दल ने प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना शुरू कर दिया है। आक्रोशित सदस्यों ने जल्द नीति नहीं बनने की स्थिति में जन आंदोलन चलाने की चेतावनी दी है। कहा कि सरकार जनविरोधी नीति अपनाकर जनता का शोषण कर रही है। जनता की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मंगलवार को कार्यकर्ताओं ने मालिनी नदी के तट पर मोटाढाक में धरना दिया। वक्ताओं ने भ्रष्टाचार मुक्त और जनोपयोगी खुदान एवं चुगान नीति बनाने की मांग की। स्थानीय लोगों को सस्ते दरों पर रेत बजरी उपलब्ध कराने, रेत बजरी का लाइसेंस और ठेका उत्तराखंड के मूल निवासियों को देने तथा ट्रैक्टर स्वामियों और मजदूरों का हो रहे शोषण व उत्पीड़न को समाप्त करने को लेकर भी सरकार से पुरजोर मांग की गयी। इस अवसर पर उत्तराखंड क्रांति दल के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉक्टर शक्तिशैल कपरवाण ने यूकेडी कार्यकर्ता और आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि यूकेडी जनता के जल, जंगल, जमीन संबंधी अधिकारों को उन्हें वापस दिलाने के लिए लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार स्वयं दोष पूर्ण कानून बनाती है या फिर कानून बनाती ही नहीं है और बदनाम ट्रैक्टर स्वामियों और मजदूरों को करती है।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल ट्रैक्टर स्वामियों मजदूरों और अन्य वाहनों के कर्मचारियों को सम्मान के साथ कार्य करने का अवसर देने की मांग कर रही है। यूकेडी के केंद्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार पूंजीपतियों की सरकार है। जिसका उद्देश्य मजदूरों, किसानों, गरीबों का शोषण करना है। इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष जग दीपक सिंह रावत, पितृ शरण जोशी, रमेश कोठारीं केंद्रीय सचिव हरीश द्विवेदी, बौद्धिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रवेश नवानी, सर्वेंद्र काला, प्रकाश बमराड़ा, विनोद चौधरी, पुष्कर रावत, अनुसुया प्रसाद सेमवाल, गुलाब सिंह, यतेन्द्र भट्ट, तेज प्रकाश गौड़, सुधांशु, हयात सिंह,कांता कुकरेती, विक्रम सिंह आदि सम्मिलित थे।