पहाड़ से पलायन को रोकने के लिए हुआ चिंतन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : ग्रामीण उद्यमिता को सशक्त करने हेतु ग्राम्य विकास विभाग द्वारा अनूठी पहल के रूप में गुल्लक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पहाड़ों से हो रहे पलायन के साथ ही विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में पलायन रोकने, स्वरोजगार के अधिकाधिक अवसर उपलब्ध कराये जाने व ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार हेतु उद्यमिता विकास को बढ़ावा देने हेतु ग्राम्य विकास विभाग, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा गत वर्ष रूरल बिजनेस इन्क्यूबेटर्स योजना शुरू की गई। जिसके तहत राज्य में हब के रूप में दो इयूबेटर क्रमश: कोटद्वार तथा हवालबाग स्थापित किये गये। ग्रामीण उद्यमों को विभिन्न प्रकार की सेवाएं जिसमें मुख्यत: व्यावसायिक विकास योजना निर्माण में सहयोग, वित्त पोषण तक पहुंच, तकनीकी प्रशिक्षण, मेंटरशिप, सहायता, कानूनी एवं अनुपालन सम्बनी सहायता, बाजार तक पहुंच, विभिन्न सरकारी योजनाओं के साथ केन्द्रा भिसरण, डिजिटल मार्केंटिंग इत्यादि सेवाएं प्रदान की जा रही है। योजना के अन्तर्गत महिलाओं तथा आर्थिक रूप से कमजोर समुदायों को सहयोग प्रदान किये जाने में इन्क्यूबेटर्स द्वारा प्राथमिकता प्रदान की जाती है, साथ उद्यमियों को व्यवसाय स्थापित करने में भी पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाता है। राज्य में ग्रामीण उद्यमिता को सशक्त करने एवं सत्त ग्रामीण उद्यमिता विकास तथा हेतु ग्राम्य विकास विभाग की अनूठी पहल के तौर पर गुल्लक नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इन्क्यूबेटर्स के आयाम से स्थापित तथा विस्तारित ग्रामीण उद्यमियों के कारोबार को अधिकाधिक बढ़ाये जाने के लिये निवेश, तकनीकी सहयोग तथा विपणन सहयोग आदि हेतु 10 जनवरी को मुख्य सेवक सदन, मुख्यमंत्री आवास परिसर गढ़ी कैन्ट देहरादून में गुल्लक नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम्य विकास मंत्री द्वारा की गई। यह देशभर में पहला ऐसा कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जिसमें प्रथम बार निवेशकों द्वारा ग्रामीण उद्यमियों को उनके व्यवसाय से सम्बनित क्षेत्रों में निवेश किया गया। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न सेक्टरों के लगभग 60 से अधिक ऐसे उद्यमियों को 16 निवेशकों के साथ एक अनूठा मंच प्रदान किया गया, जिसमें उद्यमियों द्वारा अपने उद्यम के बारे में निवेशकों के समक्ष ब्यौरा एवं पिचिंग प्रस्तुत की गई तथा निवेशकों द्वारा इन उद्यमों में निवेश की इच्छा जाहिर की गई। आयोजित कार्यक्रम में जनपद पौड़ी के कोटद्वार से आई उद्यमी अनीता उपाध्याय को 25 हजार, भारती गुसाई को 35 हजार, शर्मिला नेगी को 25 हजार, शुभा प्रभाकर को 25 हजार एवं अंजलि बिष्ट को 25 हजार धनराशि निवेशको द्वारा अनुदान के रूप में प्रदान की गयी। इसके अतिरिक्त सौरभ रावत को अपने उद्यम होम स्टे हेतु पॉच लाख के निवेश की प्रतिबद्धता दिखाई। इसके अतिरिक्त जनपद चमोली से आये उद्यमी शुभम राणा द्वारा निवेशको के समक्ष उनके द्वारा अपने उद्यम मोनपालन सम्बधी के बारे में प्रस्तुतीकरण किया गया। जिसमें उनके द्वारा निवशकों से धनराशि 50 लाख की मोग के सापेक्ष निवेशको ने 40 लाख की धनराशि का निवेश करने की प्रतिबद्घता दिखाई, इसी तरह जनपद अल्मोडा से आये गोविन्द स्ोिह रावत को 10 लाख, जनपद देहरादून की सायरा बानो को 5 लाख, जनपद नैनीताल के राहुल पाण्डे को धनराशि रू 25 लाख का निवशकों द्वारा निवेश करने की प्रतिबद्घता दर्शायी। इस प्रकार आयोजित कार्यक्रम में निवेशकों द्वारा लगभग 1़25 करोड़ रूपये का कुल निवेश किये जाने की प्रतिबद्घता की गई। उक्त के अतरिक्त निवेशकों द्वारा 19 उद्यमियों को धनराशि रू 5़20 लाख का अनुदान भी प्रदान किया गया। इस अवसर पर सचिव ग्राम्य विकास विभाग उत्तराखण्ड शासन डॉ बीवीआरसी पुरूषोत्तम, आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग पौड़ी आनन्द स्वरूप, अपर सचिव ग्राम्य विकास विभाग नितिका खंण्डेलवाल, आरवीआई के मुख्य क्रियान्वयन अधिकारी डॉ प्रभाकर बेबनी, एस0पी0एम0यू ग्राम्य विकास के सन्दीप सिंह रावत, पीडब्लूसी टीएसए टीम तथा विभाग के अन्य अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।