पंचेश्वर बांध परियोजना को रद्द करे सरकार
पिथौरागढ़। जोशीमठ की आपदा के बाद प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट पंचेश्वर बांध परियोजना का विरोध शुरू हो गया है। महाकाली की आवाज जन संगठन ने जोशीमठ के हालातों को देख पीएम से पंचेश्वर बांध परियोजना को रद करने की मांग की है। उन्होंने पंचेश्वर बांध को भारत-नेपाल सीमा पर रहने वाले सैकड़ों गांवों के लिए विनाशकारी बताया है।
शनिवार को संगठन के संयोजक शंकर खड़ायत के नेतृत्व में सदस्य जिला मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में विकास के नाम पर हो रहे निर्माण कार्यो ने जोशीमठ के अस्तित्व खतरे में डाला दिया है। कहा जो स्थिति अभी जोशीमठ की हुई है अगर पंचेश्वर बांध बना तो कुछ यही हालात यहां भी होंगे। पहाड़ों में टनल बनाना, नदियों का रूख मोड़ना विनाश को आमंत्रण देना है। कहा बांध निर्माण के प्रस्ताव के बाद से सीमावर्ती गांवों में विकास कार्य ठप हो गए हैं। झूलाघाट में मोटर पुल का निर्माण होना था, लेकिन पंचेश्वर बांध के कारण अधर में लटका हुआ है। प्रस्तावित पंचेश्वर बांध को देखते हुए डूब क्षेत्र में आ रहे गांवों में रहने वाले लोग लगातार पलायन कर रहे हैं। संगठन ने जनहित को देखते हुए पंचेश्वर बांध परियोजना को रद्द करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने सीमावर्ती गांवों में संचार, सड़क सुविधा को दुरस्त करने को कहा है। बाद में संगठन के लोगों ने प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री को भी पत्र भेजा। कहा अगर सरकार ने पंचेश्वर बांध परियोजना को रद्द नहीं किया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।