पुलिस का दावा- श्रद्घा की हड्डियों को ग्राइंडर में पीसता, फिर पाउडर को लगाता था ठिकाने
नई दिल्ली, एजेंसी। श्रद्घा हत्याकांड में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने आरोपी आफताब पर आरोप लगाया कि वह श्रद्घा की हड्डियों को ग्राइंडर में पीसता था, और उसके बाद हड्डियों के चूरा (पाउडर) को ठिकाने लगाता था। साकेत कोर्ट ने मंगलवार को आरोपी आफताब अमीन पूनावाला के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा दाखिल किए गए आरोप पत्र पर मंगलवार को संज्ञान लिया। कोर्ट ने आरोप-पत्र की एक कपी आफताब के वकील को भी उपलब्ध कराई है।
आफताब पर अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्घा वालकर का गला घोंटने और उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने का आरोप है। अदालत ने आरोप-पत्र की जांच के लिए मामले में अगली तारीख 21 फरवरी दी है। पुलिस ने 24 जनवरी को 6,629 पन्नों की आरोप-पत्र (चार्जशीट) दाखिल की थी। पुलिस ने बताया कि आफताब में शव के टुकड़े करने के बाद आरी को जंगल में देंकने की भी बात कबूली है।
पुलिस ने चार्जशीट में दावा किया है कि आरोपी आफताब आमी पूनावाला कई और भी लड़कियों को भी डेट कर रहा था, जिनसे वह डेटिंग ऐप के जरिए मिला था। श्रद्घा की हत्या के बाद और उसके टुकड़े करने के बाद वह एक लड़की अपने घर पर भी बुलाकर लाया था। उस समय उसकी लिप-इन पार्टनर श्रद्घा वालकर घर में ही पड़े थे।
पुलिस ने आरोप लगाया कि उसके साथ में रहने वाली श्रद्घा ष्पहले से ही मारे जाने के डर में जी रही थी।ष् चार्जशीट में दावा किया कि श्रद्घा वालकर की हत्या के तुरंत बाद आफताब फिर से डेटिंग ऐप बंबल के जरिए कई महिलाओं के संपर्क में आ गया था।
श्रद्घा मुंबई के एक कल सेंटर में आफताब से मिली थी। 2019 में श्रद्घा एक दिन अचानक आफताब को लेकर अपने घर आ गई थी और उसने मां से कहा था कि वह उसके साथ कहीं लिव इन रिलेशनशिप में रहना चाहती है। बेटी की यह बात सुनकर उसकी मां चौंक गई थी। उन्होंने समझाते हुए श्रद्घा से कहा था कि यहां अंतर धार्मिक विवाह नहीं हो सकता है। इसपर टूटते ही श्रद्घा ने कहा था कि मैं 25 साल की हो गई हूं। मुझे अपने फैसले लेने का पूरा अधिकार है। मुझे आफताब के साथ ही रिलेशनशिप में रहना है। मैं आज से आपकी बेटी नहीं हूं और अपने माता-पिता को छोड़कर दिल्ली रहने आ गई थी।
2021 में मां के निधन के बाद श्रद्घा ने अपने पिता से सिर्फ दो बार ही बात की थी। जब काफी दिनों तक पिता की बेटी श्रद्घा से बात नहीं हुई (और सोशल मीडिया पर अपडेट नहीं था) तो उन्होंने सितंबर में ही मानिकपुर थाने में पुलिस से शिकायत की। फिर दिल्ली में श्रद्घा का पता चलने पर मुंबई पुलिस ने दिल्ली पुलिस से जांच में मदद मांगी।
दिल्ली पुलिस ने जब आरोपित को गिरफ्तार किया तो पता चला कि श्रद्घा उसके साथ शादी करना चाहती थी और आफताब शादी से लगातार इनकार कर रहा था। इसी कारण दोनों में झगड़ा होता था। इसी बीच 18 मई को आरोपित ने श्रद्घा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद हत्या को छिपाने के लिए मृतका के शरीर को कई हिस्सों में काटकर रेफ्रिजरेटर में रख दिया। चूंकि लड़के ने रसोइए की पढ़ाई की थी और उसे मीट वगैरह संरक्षित करके रखने के बारे में जानकारी थी। इसी के चलते उसने मृतका के शरीर को संरक्षित करके रख लिया।
यह सिलसिला कई दिनों तक चलता रहा। वह हर रात को दो बजे शव का एक हिस्सा जाकर देंक आता था। पुलिस को पहली बार 8 नवंबर को मामले की जानकारी मिली और दिल्ली पुलिस ने 12 नवंबर को ही श्रद्घा वालकर की हत्या करने के आरोप में उसके लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला को गिरफ्तार किया था। तभी से आरोपी न्यायिक हिरासत में है।
इस दौरान आफताब को कोर्ट के समक्ष कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शारीरिक रूप से पेश किया गया। इस दौरान आफताब के साथ करीब 50 से 70 पुलिसकर्मी मौजूद रहे और पुलिस ने कोर्टरूम का दरवाजा बंद कर लिया। अंदर किसी भी मीडियाकर्मी को प्रवेश नहीं दिया। कोर्ट रूम में प्रवेश करने की कोशिश करते हुए पुलिसकर्मियों ने कुछ मीडियाकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की व बदसलूकी भी की।
श्रद्घा हत्याकांड मामले में पुलिस द्वारा बरामद की गई कुछ हड्डियों के नमूने श्रद्घा के पिता के डीएनए से मिलान हो गया था। इससे यह साफ हो गया कि वो हड्डियां श्रद्घा की थी। इन्हें दिल्ली पुलिस महरौली और गुरुग्राम के जंगलों से इकट्ठा किया गया था।