एनआईटी के दो सदस्यीय दल डीएसटी के सलाहकार से मिला
श्रीनगर गढ़वाल : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड श्रीनगर के दो सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सलाहकार और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग विभाग के प्रमुख संजीव कुमार वाष्र्णेय जी से मुलाकात की। प्रभारी कुलसचिव डॉ. धर्मेंद्र त्रिपाठी ने मुलाकात को सार्थक बताया और कहा कि वाष्र्णेय जी ने आश्वासन दिया है कि वे भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव के साथ एनआईटी उत्तराखंड का दौरा करेंगे और अंतराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की दिशा में पूरा मार्गदर्शन और सहयोग देंगे। इसके साथ ही उन्होंने सुझाव भी दिया की एनआईटी को उत्तराखंड राज्य में स्थित अन्य केंद्रीय संस्थाओ जैसे आईआईटी रूड़की, गढ़वाल यूनिवर्सिटी, वाडिया इंस्टिट्यूट, सीबीआरआई आदि के साथ मिलकर जोशीमठ के संकट का समाधान ढूढ़ने का प्रयास करना चाहिए।
एनआईटी के निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने बताया कि यह एक औपचारिक मुलाकात थी और इसका मकसद अंतराष्ट्रीय स्तर पर विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवप्रवर्तन (एसटीआई) समझौतों के बारे में मार्गदर्शन लेना था। उन्होंने कहा एनआईटी, उत्तराखंड अभी एक नवोदित संस्थान है और संस्थान द्वारा समकक्ष संस्थानों में अग्रणी भूमिका के लिए कई नई पहल की शुरुआत की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसी सन्दर्भ में प्रभारी कुलसचिव डॉ. धर्मेंद्र त्रिपाठी और डॉ. राकेश मिश्रा की दो सदस्यों की टीम को भारतीय एवं अन्य देशों के संस्थानों के बीच विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार समझौतों की प्रक्रिया और उनके क्रियान्वयन के विषय जानकारी एकत्र करने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार का दौरा करने के लिए भेजा गया था। (एजेंसी)