लापरवाह नगर निगम, मालवीय उद्यान पार्क को बना दिया कबाड़खाना
कुछ वर्ष पूर्व ढाई लाख रुपये की लागत से किया गया था पार्क का सौदर्यीकरण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : जन सरोकार को लेकर नगर निगम कितना लापरवाह है, इसका प्रत्यक्ष उदाहरण नगर निगम परिसर के समीप बने मालवीय उद्यान पार्क को देखकर लगाया जा सकता है। सौदर्यीकरण पर लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी नगर निगम ने पार्क को कबाड़खाना बना दिया है। पार्क में जगह-जगह अतिक्रमण हटाने के दौरान जब्त किया गया सामान रखा गया है। बदहाली के कारण आमजन ने पार्क की ओर झांकना भी बंद कर दिया है।
करीब डेढ़ वर्ष पूर्व नगर निगम ने ढाई लाख रुपये की लागत से मालवीय उद्यान पार्क का सौंदर्यीकरण करवाया था। योजना के अनुसार, पार्क में कूड़ेदान के साथ ही दीवारों की रंगाई-पुताई का कार्य करवाया गया था। पार्क की सूरत संवरने के बाद आसपास के बुजुर्ग व बच्चों को इसका बेहतर लाभ मिल रहा था। लेकिन, वर्तमान में नगर निगम ने स्वयं ही पार्क की हालत बिगाड़ दी है। पार्क के प्रवेश द्वार पर लोहे के एंगल व अतिक्रमण हटाने के दौरान जब्त किए गए कबाड़ को रखा गया है। ऐसे में पार्क में घूमने के लिए आने वाले बच्चों को चोटिल होने का खतरा भी बनाया हुआ है। अभिभावक बच्चों को पार्क में खेलने के लिए भेजने से परहेज कर रहे हैं। सुबह-शाम सैर करने के लिए पहुंचने वाले बुजुर्ग भी अब पार्क में नहीं आ रहे।
असामाजिक तत्वों का बना अड्डा
नगर निगम का मालवीय उद्यान पार्क देखरेख के अभाव में असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है। शाम ढ़लते ही पार्क में असामाजिक तत्व घूमने लगते हैं। पूर्व में क्षेत्रवासी नगर निगम से पार्क की व्यवस्थाओं में सुधार की भी मांग उठा चुके हैं। लेकिन, नगर निगम अब भी लापरवाह बना हुआ है। यही नहीं अतिक्रमण के जब्त सामान को अब भी पार्क में ही डाला जाता है।